Mumbai Road Accidents: मुंबई में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है और सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि इनमें से बड़ी संख्या में 'हिट-एंड-रन' यानी टक्कर मारकर भागने के मामले हैं.
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Mumbai Road Accidents: मुंबई में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है और सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि इनमें से बड़ी संख्या में 'हिट-एंड-रन' यानी टक्कर मारकर भागने के मामले हैं. साल 2023 में हुई कुल घातक सड़क दुर्घटनाओं में 38 फीसदी मामले ऐसे थे जिनमें आरोपी चालक मौके से फरार हो गए. इसके अलावा इन हादसों में सबसे ज्यादा नुकसान पैदल यात्रियों और दोपहिया वाहन चालकों को हुआ.
'हिट-एंड-रन' मामले बढ़े
मुंबई यातायात पुलिस और ‘ब्लूमबर्ग फिलान्थ्रॉपीज इनिशिएटिव फॉर ग्लोबल रोड सेफ्टी’ की रिपोर्ट के अनुसार 2023 में सड़क दुर्घटनाओं में 374 लोगों की जान गई. इनमें 54 फीसदी पीड़ित पैदल यात्री थे. एक्सपर्ट्स का कहना है कि तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी इन हादसों के प्रमुख कारण हैं.
48 फीसदी मौतें दोपहिया और तीन पहिया वाहन सवारों की
रिपोर्ट के मुताबिक सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले 48 फीसदी लोग दोपहिया और तीन पहिया वाहन चला रहे थे. यह आंकड़ा दर्शाता है कि बाइक और ऑटो रिक्शा चालकों के लिए मुंबई की सड़कें कितनी असुरक्षित हैं.
युवाओं पर सबसे ज्यादा असर
दुर्घटनाओं में मरने वालों में 82 प्रतिशत पुरुष थे. जिनमें 47 फीसदी की उम्र 20 से 39 वर्ष के बीच थी. खासतौर पर 20-29 वर्ष के मोटरसाइकिल चालकों की संख्या सबसे अधिक थी. यह दर्शाता है कि युवा वर्ग सबसे अधिक जोखिम में है. खासकर जब वे ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते.
मुंबई की सबसे खतरनाक सड़कें
रिपोर्ट में कुछ सड़कें और चौराहे सबसे ज्यादा घातक पाए गए हैं.. जिनमें शामिल हैं-
'हिट-एंड-रन' के लिए खतरनाक: सियोन-पनवेल हाईवे, घाटकोपर-मनखुर्द लिंक रोड और वर्ली सीफेस जंक्शन
सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं और मौतें: वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे, सियोन-बांद्रा लिंक रोड और बैगनवाड़ी सिग्नल जंक्शन
..इन इलाकों में वाहनों की तेज रफ्तार और ट्रैफिक लाइट नियमों की अनदेखी दुर्घटनाओं का मुख्य कारण मानी जा रही है.
सड़क हादसे रोकने के लिए क्या किया जा सकता है?
रिपोर्ट में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कई सुझाव दिए गए हैं गति सीमा का सख्ती से पालन- तेज रफ्तार वाहनों पर कड़ी निगरानी हो. हेलमेट और सीट बेल्ट अनिवार्य- सभी दोपहिया चालकों के लिए हेलमेट और कार चालकों के लिए सीट बेल्ट का सख्ती से पालन कराया जाए. पैदल यात्रियों के लिए सुरक्षित मार्ग- फुटपाथ और साइकिल चालकों के लिए अलग लेन बनाई जाए ताकि वे सुरक्षित रह सकें. सख्त कानून और जुर्माने- 'हिट-एंड-रन' मामलों में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो.
(एजेंसी इनपुट के साथ)