Para Commando: पैरा कमांडो भारतीय सेना की पैराशूट रेजिमेंट का एक हिस्सा है और इन्हें स्पेशल फोर्सेज (SF) के रूप में जाना जाता है. यह फोर्स दुश्मनों को तेजी से नेस्तनाबूद करने और सिक्रेट ऑपरेशन्ंस को अंजाम देने के लिए जानी जाती है.
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Indian Para Commando Training: भारतीय सेना में शामिल होना हर युवा का सपना होता है, लेकिन कुछ लोग इसमें भी पैरा कमांडो बनने का जुनून रखते हैं. पैरा कमांडो भारतीय सेना की सबसे खतरनाक और स्पेशल फोर्स यूनिट्स में से एक है, जिसे किसी भी आपातकालीन स्थिति और खुफिया ऑपरेशन के लिए तैयार किया जाता है, लेकिन सवाल यह उठता है कि पैरा कमांडो कैसे बना जाता है? इसके लिए क्या योग्यताएं होती हैं और चयन प्रक्रिया कैसी होती है? आइए यहां जानते हैं विस्तार से...
पैरा कमांडो: भारतीय सेना की सबसे खास यूनिट
पैरा कमांडो को "बहादुरों में सबसे बहादुर" कहा जाता है. पैरा कमांडो को "बलिदान" बैज दिया जाता है, जो उनकी बहादुरी और बलिदान को दर्शाता है. इनकी वर्दी भी अलग होती है, जो अन्य सैनिकों से इन्हें अलग पहचान देती है. इनके पास मैरून रंग की बेरेट टोपी, स्पेशल शोल्डर बैज और "बलिदान" प्रतीक होता है.
कैसे होती है पैरा कमांडो में भर्ती?
पैरा कमांडो में भर्ती मुख्य रूप से दो तरीकों से होती है:
डायरेक्ट रिक्रूटमेंट:
भारतीय सेना के लिए "ओपन भर्ती रैली" आयोजित की जाती है, जिसमें सैनिकों का चयन किया जाता है.
चयनित जवानों को सबसे पहले पैरा कमांडो ट्रेनिंग सेंटर, बैंगलोर में कठिन प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है.
वहां से फिजिकल, मेंटल और टैक्टिकल ट्रेनिंग के आधार पर जवानों को पैरा रेजिमेंट में शामिल किया जाता है
भारतीय सेना से चयन:
भारतीय सेना के सैनिकों को भी मौका दिया जाता है कि वे पैरा कमांडो फोर्स में शामिल हो सकें.
इसके लिए उन्हें एक विशेष परीक्षा और ट्रेनिंग प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है.
यदि कोई जवान सफल होता है, तो उसे पैरा स्पेशल फोर्स (SF) में शामिल कर दिया जाता है.
पैरा कमांडो बनने के लिए योग्यता और शारीरिक मानदंड
पैरा कमांडो बनने के लिए उम्मीदवारों को कुछ योग्यता और शारीरिक फिटनेस मानकों को पूरा करना होता है.
शैक्षिक योग्यता:
उम्मीदवार को कम से कम 10वीं या 12वीं पास होना चाहिए.
किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएट डिग्री होल्डर भी इसमें आवेदन कर सकते हैं.
आयु सीमा:
पैरा कमांडो के लिए उम्मीदवार की उम्र 18 से 23 साल के बीच होनी चाहिए.
फिजिकल फिटनेस:
लंबाई: न्यूनतम 157 सेमी
दौड़: 14 मिनट में 5 किमी दौड़ना
पुश-अप्स: 40-50 पुश-अप्स
सिट-अप्स: 60 सिट-अप्स
बीम पुल-अप्स: कम से कम 10
स्विमिंग: पानी में तैराकी की अच्छी स्किल होनी चाहिए
कैसी होती है पैरा कमांडो की ट्रेनिंग?
पैरा कमांडो की ट्रेनिंग दुनिया की सबसे कठिन सैन्य प्रशिक्षणों में से एक मानी जाती है.
पैरा बेसिक कोर्स (3 महीने):
यह आर्मी ट्रेनिंग स्कूल, आगरा में आयोजित किया जाता है, जहां जवानों को फिजिकल एंड्योरेंस और कमांडो ट्रेनिंग दी जाती है.
इस दौरान उन्हें उच्च ऊंचाई से छलांग लगाना, रात में मिशन को अंजाम देना और दुश्मन की रणनीति समझने की ट्रेनिंग दी जाती है.
बैलेस्टिक ट्रेनिंग:
इस ट्रेनिंग में सैनिकों को दुश्मनों पर हमला करने, जासूसी करने और गुप्त मिशनों को पूरा करने की ट्रेनिंग दी जाती है.
यह ट्रेनिंग पूरी होने के बाद जवानों को पैरा कमांडो बैज दिया जाता है.
स्पेशल वॉरफेयर ट्रेनिंग:
इसमें जवानों को अत्यधिक ठंडे और गर्म इलाकों में सर्वाइवल करने की ट्रेनिंग दी जाती है.
ट्रेनिंग के दौरान उन्हें जंगल, रेगिस्तान और बर्फीले क्षेत्रों में युद्ध लड़ने के तरीके सिखाए जाते हैं.
पैरा कमांडो की मुख्य जिम्मेदारियां
आतंकी हमलों को रोकना और दुश्मन ठिकानों को नेस्तनाबूद करना.
भारतीय सेना के खुफिया मिशनों को अंजाम देना.
जरूरत पड़ने पर दुश्मन देश में घुसकर ऑपरेशन करना.
गंभीर प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत और बचाव कार्य करना.