Success Story: दिल्ली पुलिस के हैड कांस्टेबल ने 8वें अटेंप्ट में क्लियर किया UPSC एग्जाम, ऐसे की थी तैयारी
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Success Story: दिल्ली पुलिस के हैड कांस्टेबल ने 8वें अटेंप्ट में क्लियर किया UPSC एग्जाम, ऐसे की थी तैयारी

Who is Ram Bhajan: राम भजन कुमार अपनी रैंक सुधारने के लिए 28 मई को होने वाली यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में भी शामिल हुए.

Success Story: दिल्ली पुलिस के हैड कांस्टेबल ने 8वें अटेंप्ट में क्लियर किया UPSC एग्जाम, ऐसे की थी तैयारी

Delhi Police Head Constable: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 के नतीजे घोषित कर दिए. IAS, IPS, IFS और अन्य अधिकारी बनने के लिए कुल 933 उम्मीदवारों ने UPSC CSE परीक्षा में सफलता प्राप्त की है. इनमें राम भजन कुमार भी थे, जो दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल हैं. यहां हम आपको उनकी यूपीएससी जर्नी के बारे में बताएंगे और उन्हें इस हाई-प्रोफाइल परीक्षा में शामिल होने के लिए कैसे प्रेरणा मिली.

कौन हैं राम भजन कुमार? दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल राम भजन कुमार साइबर सेल थाने में तैनात हैं. 34 साल के राम ने यूपीएससी एग्जाम को एआईआर 667 के साथ क्रैक किया है. यह उनका 8वां अटेंप्ट था. इतना ही नहीं, वह अपनी रैंक सुधारने के लिए 28 मई को होने वाली यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में शामिल हुए. वह राजस्थान से ताल्लुक रखते हैं. कुमार 2009 में एक कांस्टेबल के रूप में बल में शामिल हुए थे.

राम रोजाना कम से कम 6 घंटे पढ़ाई करने में कामयाब रहे और मुखर्जी नगर, दिल्ली से स्टडी मैटेरियल खरीदा. वह एक महीने की छुट्टी के लिए आवेदन करते था और परीक्षा की तारीख नजदीक आने पर रोजाना लगभग 16 घंटे तैयारी के लिए देते थे. यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपने विभाग के किसी व्यक्ति से प्रेरित थे, कुमार ने फिरोज आलम नाम दिया, जो दिल्ली पुलिस में एक कांस्टेबल थे और 2019 में यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद एसीपी बन गए.

उन्होंने कहा, "आलम सर के रैंक हासिल करने के बाद, मुझे कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा मिली. उन्होंने मेरे और अन्य जैसे यूपीएससी उम्मीदवारों को प्रोत्साहित करने और प्रेरित करने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया. वह आज तक एक सपोर्ट सिस्टम रहे हैं."

उन्होंने कहा, "यह एक सपने के सच होने जैसा है. यह मेरा आठवां प्रयास था. चूंकि मैं ओबीसी कैटेगरी से संबंधित हूं, इसलिए मैं नौ अटेंप्ट के लिए योग्य हूं और यह मेरा दूसरा-आखिरी प्रयास था." पिछले कुछ साल में असफलताओं के बावजूद उन्हें किस चीज ने आगे बढ़ाया, उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी ने उन्हें लगातार प्रोत्साहित किया और उनकी ताकत का पिलर बन गईं.

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