Congress on Election Results: महाराष्ट्र और झारखंड के नतीजों पर कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया देते हुए जय राम रमेश ने कहा कि यह बिल्कुल अजीब नतीजे हैं. महाराष्ट्र में हमें हराने के लिए कोई साजिश हुई है. इसके अलावा उन्होंने झारखंड के लिए कहा कि जनता ने ध्रुवीकरण को ठुकरा दिया है.
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Congress on Election Results: महाराष्ट्र के चुनाव नतीजों से भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेतृत्व वाले गठबंधन 'महायुति' के प्रदर्शन ने सभी को हैरान कर दिया. 288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र में महायुति के खाते में खबर लिखे जाने तक 233 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं. वहीं महाविकास अघाड़ी (MVA) सिर्फ 50 का आंकड़ा भी पार नहीं पार कर पाया. एक तरफ नतीजों से भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियां गदगद हैं वहीं कांग्रेस ने इन नतीजों पर अलग ही प्रतिक्रिया दे दी है. कांग्रेस ने भाजपा पर विपक्ष को हराने के लिए साजिश करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को अप्रत्याशित करार देते हुए दावा किया कि विपक्ष को हराने के लिए साजिश हुई है और राज्य में (विपक्ष को) 'निशाना बनाकर' समान अवसर की स्थिति को बिगाड़ा गया है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने पत्राकारों से बातचीत में कहा कि झारखंड की जनता ने ध्रुवीकरण की राजनीति को ठुकराया है और देश के लिए सकारात्मक संदेश दिया है. रमेश ने कहा,'आज का दिन कांग्रेस के लिए कहीं खुशी का कहीं ग़म का दिन है. झारखंड की जनता को बधाई देता हूं कि उन्होंने देश को रास्ता दिखाया है. ध्रुवीकरण की राजनीति को ठुकराया है. सारा चुनाव एक मुद्दे और एक शब्द 'घुसपैठिए' पर लड़ा गया, लेकिन जनता ने निर्णायक जवाब दिया.'
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जय राम रमेश ने आगे कहा कि झारखंड से देश के लिए एक सकारात्मक संदेश है कि ध्रुवीकरण की राजनीति को हराया जा सकता है. रमेश ने आरोप लगाया कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि निशाना बनाकर समान अवसर की स्थिति को बिगाड़ा गया है. उन्होंने कहा,'हमें हराने के लिए कोई न कोई साजिश हुई है.' उनके मुताबिक ये नतीजे अप्रत्याशित, आश्चर्यजनक हैं. रमेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जो मुद्दे उठाए थे वो आज भी महत्वपूर्ण हैं और आगे भी रहेंगे.
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने आगे कहा,'जो नतीजे आए हैं उसका हम विश्लेषण जरूर करेंगे लेकिन आज हम कह सकते हैं कि जो जीते, उन्होंने भी नहीं सोचा था कि ये नतीजे आएंगे. हम मानकर चल रहे थे कि हमें जनादेश मिलेगा. महाराष्ट्र के किसान नाराज हैं, महाराष्ट्र का मजदूर वर्ग सरकार के खिलाफ है और जो माहौल 4-5 महीने पहले महाराष्ट्र में था, वही माहौल आज भी है, ये हम मानकर चल रहे थे और सबने इसे स्वीकार भी किया लेकिन जो नतीजे आए हैं, वो इसके बिल्कुल उलट हैं. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम अपने एजेंडे से पीछे हट जाएंगे. कहीं न कहीं हमें हराने की साजिश हो रही है. महाराष्ट्र का नतीजा बहुत अजीब है, मैं इसके लिए कोई और शब्द इस्तेमाल नहीं कर सकता, ये बिल्कुल अजीब है.'