Mandla Loksabha Seat Elections News: पिछले करीब तीस सालों में 2009 का अगर एक चुनाव छोड़ दिया जाए तो इस सीट पर फग्गन सिंह कुलस्ते ने अंगद की तरफ पांव जमा रखा है. वे 6 बार यहां से सांसद बन चुके हैं. मंडला सीट पर पहला 1957 में हुआ था..
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Mandla Loksabha Seat Chunav 2024: मध्य प्रदेश की मंडला लोकसभा सीट का चुनावी इतिहास काफी रोचक रहा है. मध्यप्रदेश के गठन के बाद मंडला में पहली बार 1957 में चुनाव हुए थे. 1957 से 1996 तक, कांग्रेस और बीजेपी ने इस सीट पर बारी-बारी से जीत हासिल की. 1996 से 2014 तक, बीजेपी का यहां दबदबा रहा, लेकिन 2019 में कांग्रेस ने वापसी की.
कांग्रेस का शुरुआती वर्चस्व: 1957 से 1971 तक, कांग्रेस के मगरू उइके लगातार चार बार मंडला से सांसद चुने गए. 1977 में, आपातकाल के बाद हुए चुनाव में, भारतीय लोकदल के श्यामलाल धुर्वे ने कांग्रेस के वर्चस्व को खत्म किया.
कांग्रेस की वापसी और बीजेपी का उदय:
1980 से 1991 तक, कांग्रेस ने इस सीट पर लगातार चार बार जीत हासिल की. 1996 में, बीजेपी के फग्गन सिंह कुलस्ते ने मंडला से चुनाव जीत कर बीजेपी का वर्चस्व स्थापित किया.
फग्गन सिंह कुलस्ते का दबदबा:
फग्गन सिंह कुलस्ते 1998, 1999 और 2004 के चुनावों में भी जीते. 2009 में, उन्हें कांग्रेस के बसोरी सिंह मरकाम से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 2014 में मोदी लहर में वे फिर से जीत गए.
2019 का चुनाव: 2019 के चुनाव में, कांग्रेस के कमल मरावी ने फग्गन सिंह कुलस्ते को हराकर मंडला सीट पर कांग्रेस की वापसी सुनिश्चित की.
15 चुनावों में 8 बार कांग्रेस का कब्जा रहा है तो 6 बार बीजेपी
मंडला सीट के सियासी इतिहास की बात की जाए तो इस सीट पर अब तक हुए 15 चुनावों में 8 बार कांग्रेस का कब्जा रहा है तो 6 बार बीजेपी ने परचम लहराया है, जबकि एक बार निर्दलीय प्रत्याशी भी झंडा बुलंद कर चुका है. कभी कांग्रेस का गढ़ रही इस सीट पर अब बीजेपी का दबदबा हो गया है. बीजेपी प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते 6 बार जीत चुके हैं.
आरक्षित सीट, आठ विधानसभाएं
मण्डला लोकसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इस लोकसभा सीट में मण्डला,बिछिया,निवास,गोटेगांव, डिंडौरी, शाहपुरा,केवलारी और लखनादौन मिला कर आठ विधानसभा सीटें शामिल है जो मण्डला,सिवनी,डिंडौरी और नरसिंहपुर को मिला कर बनी है. लोकसभा सीट पर कुल जनसंख्या 2,758,650 है, जिसमें से 91.3% ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं. अनुसूचित जाति (एससी) की जनसंख्या 7.67% और अनुसूचित जनजाति (एसटी) की जनसंख्या 52.54% है
लोकसभा में तो जीत रहे.. विधानसभा हार गए कुलस्ते
इस सीट की एक मजेदार बात रही कि यहां पिछले 7 चुनावों में कांग्रेस को केवल 1 में जीत मिली है. भले ही बीजेपी ने यहां पिछले कई लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी इस लोकसभा में आने वाली ज्यादातर विधानसभा सीटें हार गई. यहां तक कि केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते भी परास्त हुए.
यहां महिला सांसद नहीं बनी
लंबे समय तक कांग्रेस का गढ़ रही और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित मध्यप्रदेश की मंडला संसदीय सीट को आजादी के करीब सात दशक बाद भी महिला प्रतिनिधित्व की दरकार है. ना बीजेपी और ना ही कांग्रेस, किसी ने भी महिलाओं को मौका नहीं दिया.
लोकसभा सीट पर चुनाव दर चुनाव जीत का इतिहास
साल | विजयी उम्मीदवार | पार्टी |
1952 | Mangru Ganu Uikey/ Seth Govind Das |
Congress Congress |
1957 | Mangru Ganu Uikey | Congress |
1962 | Mangru Ganu Uikey | Congress |
1967 | Mangru Ganu Uikey | Congress |
1971 | Mangru Ganu Uikey | Congress |
1977 | Shyamlal Dhurve | Janata Party |
1980 | Chhotelal Sonu | Congress |
1984 | Mohan Lal Jhikram | Congress |
1989 | Mohan Lal Jhikram | Congress |
1991 | Mohan Lal Jhikram | Congress |
1996 | Faggan Singh Kulaste | BJP |
1998 | Faggan Singh Kulaste | BJP |
1999 | Faggan Singh Kulaste | BJP |
2004 | Faggan Singh Kulaste | BJP |
2009 | Basori Singh Masram | Congress |
2014 | Faggan Singh Kulaste | BJP |
2019 | Faggan Singh Kulaste | BJP |
2024 |
2024 का समीकरण क्या है? फग्गन सिंह कुलस्ते बनाम ओंकार सिंह मरकाम
कभी कांग्रेस की परंपरागत सीट रहने वाली मंडला पर 2009 को छोड़ 1996 से यहां बीजेपी का कब्जा है. ऐसे में चुनाव को देखकर तो लगता है कि जनता का मूड भी कुछ बदला नजर नहीं आ रहा है लेकिन कांग्रेस ने ओंकार सिंह मरकाम को टिकट देकर चुनाव को दिलचस्प बना दिया है. यह सही बात है कि 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में फगन सिंह कुलस्ते मंडला सीट से चुनाव हार चुके हैं, अब देखना है कि क्या रिजल्ट आता है.
Candidates in 2024 | Party | Votes | Result |
Faggan Singh Kulaste | BJP | ||
Omkar Singh Markam | Congress | ||