सिरदर्द से लेकर कब्ज तक, इन 4 बीमारियों का इलाज है ये कांटेदार पौधा
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सिरदर्द से लेकर कब्ज तक, इन 4 बीमारियों का इलाज है ये कांटेदार पौधा

आयुर्वेद में कई पौधे का इस्तेमाल दवाई के रूप में किया जाता है. कटेरी के पौधा भी कई बीमारियों को दूर करने में काफी मददगार होता है. आइए जानते हैं कटेरी पौधे के फायदे. 

सिरदर्द से लेकर कब्ज तक, इन 4 बीमारियों का इलाज है ये कांटेदार पौधा

कटेरी का पौधा खासतौर पर अपने कंटीले रूप के लिए जाना जाता है. इसे कंटकारी भी कहते हैं. कटेरी के पत्ते हरे रंग के, फूल नीले और बैंगनी रंग के, और फल गोल और हरे रंग के सफेद धारीदार होते हैं. आयुर्वेद में कटेरी का एक अहम स्थान है; कई समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए यह रामबाण उपाय है. कटेरी एक प्रकार का कांटेदार पौधा होता है जो जमीन में फैला होता है. इसके कई प्रकार के औषधीय गुण अनेक बीमारियों के उपचार में सहायक होते हैं. स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए इस कंटीले पौधे का उपयोग सैकड़ों वर्षों से किया जा रहा है. आइए जानते हैं इस पौधे के फायदे के बारे में. 

सिरदर्द से आराम 
तनाव और जीवन की भागदौड़ के कारण हर उम्र के लोगों में सिरदर्द की समस्या बहुत आम हो गई है. ऐसे में कटेरी के काढ़े का सेवन करने से सिरदर्द की समस्या से निजात पाया जा सकता है. कटेरी के फल के रस का माथे पर लेप लगाने से भी सिरदर्द कम होता है. बालों को झड़ने से बचाने और गंजेपन की समस्या को दूर करने के लिए भी कटेरी का इस्तेमाल किया जाता है. अगर आप कटेरी के पत्तों के रस को शहद के साथ मिलाकर सिर में लगाते हैं तो गंजेपन की समस्या दूर हो सकती है. इसके साथ ही कटेरी के फल का रस सिर में लगाने से बालों में रूसी की समस्या में भी आराम मिलता है.

खांसी की समस्या
कटेरी का सेवन खांसी और सांस से संबंधित समस्याओं में बहुत लाभकारी होता है. कटेरी के फूल का चूर्ण शहद के साथ मिलाकर चाटने से खांसी दूर होती है. इसके अलावा, कटेरी के रस से बने काढ़े का सेवन भी खांसी और अस्थमा जैसी समस्याओं में लाभकारी है.

दांतों का दर्द और पेट की समस्या 
कटेरी के बीजों का धुआं लेने से दांतों के दर्द में तुरंत राहत मिलती है. इसके अलावा, कटेरी के पत्ते, जड़ और फल का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से भी दांतों का दर्द कम होता है. पेट की समस्या को दूर करने के लिए भी यह फायदेमंद है. कटेरी का सेवन पेट दर्द, गैस, कब्ज और अपच की समस्याओं में राहत देने के लिए किया जाता है. इसके साथ ही यह पाचन को दुरुस्त करने में भी मदद करता है, जिससे पेट संबंधित परेशानियां कम होती हैं.

इनपुट-आईएएनएस

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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