प्रेग्नेंसी रोकने यह तरीका कमजोर कर रहा महिलाओं का दिल, 4 गुना बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा!
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प्रेग्नेंसी रोकने यह तरीका कमजोर कर रहा महिलाओं का दिल, 4 गुना बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा!

आजकल कई महिलाएं अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए हार्मोनल गर्भनिरोधक उपायों का इस्तेमाल कर रही हैं, जिसका सीधा असर उनके दिल की सेहत पर पड़ सकता है.

प्रेग्नेंसी रोकने यह तरीका कमजोर कर रहा महिलाओं का दिल, 4 गुना बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा!

आजकल कई महिलाएं अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए हार्मोनल गर्भनिरोधक उपायों का इस्तेमाल कर रही हैं. लेकिन वो यह नहीं जानती कि इनका सीधा असर उनके दिल की सेहत पर पड़ सकता है. हाल ही में हुई एक शोध में खुलासा हुआ है कि कुछ गर्भनिरोधक तरीके महिलाओं में दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा चार गुना तक बढ़ा सकती हैं. खासकर वे महिलाएं जो पहले से ही ब्लड प्रेशर, मोटापा या डायबिटीज जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं, उनके लिए यह खतरा और भी गंभीर हो सकता है.

डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक हालिया शोध में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि कुछ हार्मोनल गर्भनिरोधक उपाय महिलाओं में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा चार गुना तक बढ़ा सकते हैं. यह अध्ययन ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुआ है, जिसमें डेनमार्क की 20 लाख से अधिक महिलाओं के मेडिकल डेटा का विश्लेषण किया गया.

अध्ययन में पाया गया कि ईस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन से बनी गर्भनिरोधक गोलियां (combined pill) महिलाओं में दिल की बीमारियों का खतरा दोगुना कर सकती हैं. वहीं, वैजाइनल रिंग (जो योनि में रखी जाती है और धीरे-धीरे वही हार्मोन छोड़ती है) से स्ट्रोक का खतरा 2.5 गुना और हार्ट अटैक का खतरा 3.8 गुना तक बढ़ सकता है. इसके अलावा, स्किन पैच उससे स्ट्रोक का खतरा तीन गुना बढ़ जाता है. इसे शरीर पर लगाया जाता है और यह हार्मोन रिलीज करता है.

क्या यह खतरा सभी महिलाओं के लिए समान है?
एक्सपर्ट का कहना है कि चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हेल्दी महिलाओं में हार्ट अटैक या स्ट्रोक की संभावना पहले से ही बहुत कम होती है. उदाहरण के लिए, गर्भनिरोधक गोलियों से हर 5000 महिलाओं में से सिर्फ 1 को स्ट्रोक और हर 10,000 महिलाओं में से 1 को हार्ट अटैक होने की संभावना होती है.

गर्भावस्था से भी अधिक खतरा!
हेल्थ विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि गर्भनिरोधक से जुड़ा खतरा बहुत ज्यादा नहीं है, बल्कि गर्भावस्था के दौरान हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा इससे भी ज्यादा होता है. डॉक्टरों का कहना है कि महिलाओं को इस अध्ययन के आधार पर तुरंत गर्भनिरोधक बंद नहीं करना चाहिए. बल्कि, उन्हें अपने डॉक्टर से सलाह करके अपनी हेल्थ कंडिशन के आधार पर सही गर्भनिरोधक का चयन करना चाहिए.

कौन सा गर्भनिरोधक सुरक्षित है?
शोध में यह भी सामने आया कि लीवोनॉर्जेस्ट्रेल (Levonorgestrel) हार्मोन छोड़ने वाली आईयूडी (Intrauterine Device) यानी हार्मोनल कॉइल में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का कोई खतरा नहीं है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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