Lakhisarai News: गैंगरेप मामले में पुलिस पर उठे सवाल, बड़हिया थाना की भूमिका संदिग्ध
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Lakhisarai News: गैंगरेप मामले में पुलिस पर उठे सवाल, बड़हिया थाना की भूमिका संदिग्ध

Lakhisarai News: पुलिस ने अब आरोपियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई तेज कर दी है और छापेमारी की जा रही है. हालांकि, बड़हिया थाना की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि शुरुआत में पुलिस ने मामले की सही तरीके से जांच नहीं की और इसे उलझाने की कोशिश की.

Lakhisarai News: गैंगरेप मामले में पुलिस पर उठे सवाल, बड़हिया थाना की भूमिका संदिग्ध

लखीसराय: लखीसराय जिले के बड़हिया थाना क्षेत्र में एक युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले ने 7 महीने बाद तूल पकड़ लिया है. मां और बेटी के साथ 18 मई को दुष्कर्म हुआ था. इस घटना में चार युवक शामिल थे, जिनमें से एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है लेकिन पीड़िता अब तक सामने नहीं आई है, जिससे जांच में मुश्किलें आ रही हैं.

एसडीपीओ शिवम कुमार ने बताया कि इस घटना में चार युवक शामिल थे, जिनकी पहचान सत्यम कुमार, साहिल उर्फ राम सोहन, छोटू कुमार और भरत कुमार के रूप में हुई है. पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है और एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. पुलिस ने एक मोबाइल फोन भी जब्त किया है, जिससे जांच में मदद मिल रही है.

हालांकि, शुरू में पुलिस ने इस घटना को पटना जिले के पचमहला क्षेत्र में घटित बताया था, लेकिन जी बिहार-झारखंड द्वारा खबर को प्रमुखता से दिखाने के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझा और सक्रिय हुई. एसपी अजय कुमार के निर्देश पर एसडीपीओ शिवम कुमार ने घटनास्थल का दौरा किया और मामले की पुष्टि की. इसके बाद पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर जांच तेज की और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू की.

साथ ही घटना के बाद से पुलिस की निष्क्रियता और देरी को लेकर स्थानीय लोग आक्रोशित हैं. उनका कहना है कि पुलिस ने पहले मामले को दबाने की कोशिश की और मामले की जांच में समय बर्बाद किया. कुछ स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस पर राजनीतिक दबाव था, जिसके कारण कार्रवाई में देरी हुई और आरोपियों को पकड़ने में मुश्किलें आईं. पुलिस ने अब कार्रवाई तेज कर दी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है, लेकिन इस मामले में बड़हिया थाना की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है, क्योंकि शुरुआत में मामले को सही दिशा में न लेकर पुलिस ने जांच को उलझाने की कोशिश की. यह घटना पुलिस के लिए एक चुनौती बन गई है, और देखना होगा कि आगे की जांच में क्या नतीजे सामने आते हैं.

इनपुट- राज किशोर मधुकर

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