Bihar Education System: शिक्षा विभाग में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर कोई भी व्यक्ति टोल फ्री नंबर 14417 या 18003454417 पर कॉल कर सकता है.
Trending Photos
Bihar Education System: बिहार के शिक्षा विभाग से केके पाठक का तबदला हुआ तो शिक्षकों ने राहत की सांस लेनी शुरू की थी. लेकिन यह खुशी अधिक दिनों की नहीं है, क्योंकि केके पाठक की जगह कार्यभार लेने वाले शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ का भी बड़ा एक्शन शुरू हो गया है. एस सिद्धार्थ ने बिहार शिक्षा विभाग में समस्याओं के समाधान के लिए टोल फ्री नंबर जारी किए हैं. सरकारी स्कूल में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर कोई भी व्यक्ति टोल फ्री नंबर 14417 या 18003454417 पर कॉल कर सकता है. समस्याओं के समाधान के लिए केंद्रीयकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया गया है.
शिक्षा संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए डायल करें टॉल फ्री नंबर 14417 या 18003454417@BiharEducation_#Education#complain#bihar pic.twitter.com/clEez6zzgB
— IPRD Bihar (@IPRDBihar) July 7, 2024
ये भी पढ़ें- बिहार में एक और परीक्षा में धांधली! CTET परीक्षा केंद्र से 9 फर्जी कैंडिडेट गिरफ्तार
शिक्षा विभाग के अनुसार, सुबह 09:30 बजे से दोपहर 06:00 बजे तक प्रधानाध्यापक/शिक्षक की उपस्थिति, विद्यालय में भवन/कमरों की स्थिति, मध्याह्न भोजन योजना (MDM) की आपूर्ति एवं गुणवत्ता, मिड-डे मील हेतु थाली की उपलब्धता एवं उसकी गुणवत्ता, स्कूल में बेंच-डेस्क इत्यादि की उपलब्धता व गुणवत्ता, विद्यालय में छात्र एवं छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय की उपलब्धता व उपयोगिता, विद्यालय में पेयजल की सुविधा, बिजली कनेक्शन और पंखा, ट्यूब लाइट एवं बल्ब की उपलब्धता, विद्यालय में ICT LAB की उपलब्धता एवं उपयोगिता उपरोक्त नम्बर पर आप विद्यालयों से संबंधित कोई भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं.
इससे पहले नए एसीएस एस सिद्धार्थ ने स्कूल इंस्पेक्शन की सीधी जवाबदेही अब जिलाधिकारियों को दी थी. शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार, अब DM गैर शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों से विद्यालयों का निरीक्षण करवाएंगे. जिलों में जिलापदाधिकारी अन्य विभागों के पदाधिकारियों और पर्यवेक्षकों से विद्यालयों का निरीक्षण करवाएंगे. स्कूलों के इंस्पेक्शन के लिए अब DM ही टीम तैयार करेंगे और सभी जिलों में इसको लेकर नोडल पदाधिकारी की तैनाती होगी. ऐसे में माना जा रहा है कि डीईओ, डीपीओ और बीईओ की शक्ति कम हो गई है.