सीजीएम, एनएचएआई के परिसर से लगभग 70 लाख रुपये और विभिन्न संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज और सोने के बिस्कुट सहित लगभग 6 लाख रुपये और लगभग 80 लाख रुपये के आभूषण की नकद राशि बरामद की गई. डीजीएम, एनएचएआई के परिसर से गहने बरामद किए गए.
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पटनाः CBI ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सीजीएम को पांच लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद पटना के क्षेत्रीय महाप्रबंधक के आठ ठिकानों पर छापेमारी की गयी. मिली जानकारी के अनुसार सीजीएम व डीजीएम के साथ ही निजी कंपनी के दो अन्य कर्मियों की भी गिरफ्तारी हुई है. बताया जा रहा है कि निजी कंपनी के दोनों कर्मचारी रिश्वत देने पहुंचे थे.
8 स्थानों पर आरोपी के परिसरों पर ली गई तलाशी
पटना सहित 8 स्थानों पर आरोपी के परिसरों में आज तलाशी ली गई. सीजीएम, एनएचएआई के परिसर से लगभग 70 लाख रुपये और विभिन्न संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज और सोने के बिस्कुट सहित लगभग 6 लाख रुपये और लगभग 80 लाख रुपये के आभूषण की नकद राशि बरामद की गई. डीजीएम, एनएचएआई के परिसर से गहने बरामद किए गए. तलाशी के दौरान बरामद आपत्तिजनक दस्तावेजों की जांच की जा रही है. गिरफ्तार चारों आरोपियों को सक्षम न्यायालय में पेश किया जाएगा.
एफआईआर में आरोपी के नाम
1. श्री सद्रे आलम, मुख्य महाप्रबंधक और क्षेत्रीय अधिकारी, एनएचएआई, क्षेत्रीय कार्यालय, पटना (बिहार) (गिरफ्तार).
2. श्री प्रभांशु शेखर, उप महाप्रबंधक और परियोजना निदेशक, एनएचएआई, पटना (गिरफ्तार)
3. श्री एस राजभर, महाप्रबंधक, मैसर्स। अशोका बिल्डकॉन लिमिटेड, पटना.
4. श्री अमित कुमार गुप्ता, मैसर्स. अशोका बिल्डकॉन लिमिटेड, पटना (गिरफ्तार).
5. श्री मुकुल कुमार, मेसर्स के कर्मचारी। अशोका बिल्डकॉन लिमिटेड, पटना (गिरफ्तार).
6. श्री जितेंद्र कुमार, मेसर्स के कर्मचारी। अशोका बिल्डकॉन लिमिटेड, पटना.
7. मेसर्स अशोका बिल्डकॉन लिमिटेड, पंजीकृत कार्यालय, नासिक.
8. अन्य अज्ञात.
5 लाख रुपये स्वीकार करने का आरोप
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आज एक सीजीएम, एनएचएआई, क्षेत्रीय कार्यालय, पटना को एक निजी कंपनी के दो कर्मचारियों (रिश्वत देने वाले सहित) के साथ रिश्वत मामले में 5 लाख रुपये स्वीकार करने पर गिरफ्तार किया है. फिर बाद में डीजीएम, एनएचएआई, पटना को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया था. सीजीएम, एनएचएआई, क्षेत्रीय कार्यालय, पटना और डीजीएम, एनएचएआई, पटना सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
यह आरोप लगाया गया था, कि एनएचएआई के लोक सेवक नासिक स्थित निजी कंपनी के अधिकारियों से बढ़े हुए बिलों के भुगतान, मापन पुस्तकों में हेरफेर आदि के पक्ष में रिश्वत की मांग कर रहे थे. पटना सहित 8 स्थानों पर आरोपी के परिसरों में आज तलाशी ली गई.
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