Vaibhav Suryavanshi IPL 2025: जनवरी 2024 में वैभव ने बिहार की ओर से फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया. इसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंडिया अंडर-19 टीम में खेलने का मौका मिला. वहां उन्होंने अपने पहले ही मैच में शानदार शतक लगाया और सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा. उनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए बीसीसीआई ने उन्हें अगले महीने होने वाले अंडर-19 एशिया कप के लिए भारतीय टीम में शामिल किया.
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Vaibhav Suryavanshi IPL: समस्तीपुर जिले के ताजपुर के छोटे से गांव मोतीपुर के रहने वाले 13 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने इतिहास रच दिया है. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के लिए 24 और 25 नवंबर को सऊदी अरब के जेद्दा में आयोजित मेगा ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स ने वैभव को 1.10 करोड़ रुपये में खरीदा. यह उनके क्रिकेट करियर के लिए एक शानदार उपलब्धि और समस्तीपुर के लिए गर्व का पल है.
सबसे कम उम्र के खिलाड़ी
वैभव सूर्यवंशी इस बार आईपीएल ऑक्शन में उतरने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने. उनकी बेस प्राइस 30 लाख रुपये थी, लेकिन उनकी प्रतिभा को देखते हुए राजस्थान रॉयल्स ने बड़ी बोली लगाकर उन्हें अपनी टीम में शामिल किया.
शानदार प्रदर्शन का सफर
वैभव ने जनवरी 2024 में बिहार के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंडिया अंडर-19 टीम में उन्होंने अपनी जगह बनाई. वहां उन्होंने पहले ही मैच में शतक जड़कर अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया. उनके इस प्रदर्शन ने क्रिकेट प्रेमियों को चकित कर दिया और बीसीसीआई ने उन्हें अगले महीने होने वाले अंडर-19 एशिया कप के लिए टीम इंडिया का हिस्सा बना दिया.
समस्तीपुर में जश्न का माहौल
वैभव के आईपीएल ऑक्शन में करोड़ों की बोली लगने की खबर मिलते ही उनके पैतृक गांव ताजपुर में उत्सव जैसा माहौल है. उनके पिता संजीव सूर्यवंशी ने खुशी से मिठाइयां बांटकर इस पल को सेलिब्रेट किया. पूरे जिले में वैभव की सफलता की चर्चा है, और क्रिकेट प्रेमी उनके उज्जवल भविष्य के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन का गर्व
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने वैभव की उपलब्धि पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि यह दिन बिहार के लिए गर्व का दिन है. वैभव ने कम उम्र में जो कर दिखाया है, वह प्रेरणादायक है. एक दिन यह खिलाड़ी देश का नाम रोशन करेगा.
उम्मीदों की नई किरण
वैभव सूर्यवंशी की कहानी न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि बिहार और पूरे देश के लिए प्रेरणा है. क्रिकेट जगत में इतनी कम उम्र में इस तरह का प्रदर्शन दुर्लभ है. परिवार और जिले को उम्मीद है कि वैभव आने वाले समय में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे. इस सफलता ने यह साबित कर दिया कि मेहनत और लगन से कोई भी सपना साकार हो सकता है.
इनपुट- संजीव नैपुरी