Matia Mahal Seat : 32 साल से इस सीट पर नहीं चला बड़ी और अमीर पार्टियों का सिक्का, क्या दीप्ति इंदौरा बदल पाएंगी समीकरण?
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Matia Mahal Seat : 32 साल से इस सीट पर नहीं चला बड़ी और अमीर पार्टियों का सिक्का, क्या दीप्ति इंदौरा बदल पाएंगी समीकरण?

Delhi Vidhan sabha Chunav: दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों-शोरों पर है. सभी पार्टी अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतार चुकी है. ऐसे में दिल्ली का मुस्लिम बहुल्य इलाके मटिया महल सीट पर चुनावी सरगर्मी तेज है. देखना ये है कि इ सीट पर किस पार्टी का उम्मीदवार बाजी मारता है.

Matia Mahal Seat : 32 साल से इस सीट पर नहीं चला बड़ी और अमीर पार्टियों का सिक्का, क्या दीप्ति इंदौरा बदल पाएंगी समीकरण?

Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. भारतीय जनता पार्टी(BJP) और आम आदमी पार्टी(AAP) इस चुनाव में सीधे तौर पर मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस पार्टी भी 10 साल पहले खोई हुई सत्ता वापस पाने के लिए जोर लगा रही है. इस कंडिशन में राज्य में हर एक सीट बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है. दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मटिया महल सीट पर राजनीतिक सरगर्मियां जोरों पर हैं. इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), आम आदमी पार्टी (AAP), और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना दिख रहा है.  मटिया महल, जो दिल्ली का दूसरा सबसे बड़ा मुस्लिम बहुल क्षेत्र है. साथ ही यह जगह व्यापारिक गतिविधियों का भी केंद्र माना जाता है. यहां के प्रमुख इलाके जैसे अजमेरी गेट, लाल कुआं, जामा मस्जिद, मिंटो रोड, और सीताराम बाजार में काफी दुकानें और व्यापारिक केंद्र हैं.

इस जगह की हैं ये समस्याएं 
मटिया महल सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की निर्णायक भूमिका है. यह क्षेत्र पिछले 35 वर्षों से गैर-मुस्लिम उम्मीदवारों के लिए जीतने का गढ़ नहीं रहा है. यहां के चुनावी इतिहास में कई बार ऐसी पार्टियों ने जीत हासिल की है जिनका दिल्ली में व्यापक जनाधार नहीं था. इस सीट की मुख्य समस्याओं में बिजली के तारों का जाल, संकरी गलियां, खराब पाइपलाइनों की स्थिति, और गंदगी शामिल हैं, जो दुर्घटनाओं का कारण बनती हैं.

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किसे मिलेगी सफलता 
वर्तमान में इस सीट पर आम आदमी पार्टी(AAP) का कब्जा है. साथ ही यहां से शोएब इकबाल विधायक हैं. 2020 में शोएब इकबाल ने आम आदमी पार्टी(AAP) के टिकट पर शानदार जीत हासिल की थी. 2025 के विधानसभा चुनाव में भी पार्टी ने उन्हें फिर से उम्मीदवार बनाया है. इस बार कांग्रेस ने असीम अहमद खान और बीजेपी ने दीप्ति इंदौरा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. मटिया महल की कुल मतदाता संख्या 1,29,270 है, जिसमें 66,871 पुरुष और 62,367 महिला मतदाता हैं. 2020 के चुनाव में शोएब इकबाल ने 67,282 वोट प्राप्त किए थे, जो कुल वैध मतों का बड़ा हिस्सा था, जबकि कांग्रेस के मिर्जा जावेद अली को केवल 3,409 वोट मिले थे. अब देखना होगा कि 2025 में मटिया महल सीट पर किस पार्टी को सफलता मिलती है.