29 दिसंबर 1984: जब कांग्रेस ने किया था '400 पार', BJP को मिली थी 2 सीट, 40 सालों के बाद रसातल में पार्टी!
Advertisement
trendingNow12579239

29 दिसंबर 1984: जब कांग्रेस ने किया था '400 पार', BJP को मिली थी 2 सीट, 40 सालों के बाद रसातल में पार्टी!

History of 29th December: इतिहास के पन्ने पलटें तो 29 दिसंबर का दिन कई वजहों से याद किया जाएगा. लेकिन भारत के इतिहास में आज के ही चालीस साल पहले कांग्रेस ने इतिहास रचा था. जो कांग्रेस पार्टी 2014 से सत्ता से बाहर है. इसी पार्टी ने 40 साल पहले आज के ही दिन 400 सीटों पर जीत दर्ज की थी. और सबसे हैरानी की बात जिस बीजेपी को उस समय सिर्फ दो सीटें मिली थी, आज 2024 में पिछले तीन लोकसभा चुनाव जीतकर सत्ता में हैं. तो आइए जानते हैं 29 दिसंबर के दिन और क्या-क्या हुआ?

 

29 दिसंबर 1984: जब कांग्रेस ने किया था '400 पार', BJP को मिली थी 2 सीट, 40 सालों के बाद रसातल में पार्टी!

What Happened on December 29 In India: भारतीय राजनीति के इतिहास में 29 दिसंबर का दिन किसी पत्थर पर खींची लकीर की तरह है, जिसके समानांतर आज तक कोई और लकीर नहीं खींची जा सकी है. तो आइए जानते हैं आखिर 29 दिसंबर को भारत में हुआ क्या था. आजाद भारत के चुनावी इतिहास में 29 दिसंबर का दिन एक अभूतपूर्व घटना के साथ दर्ज है. साल 1984 में 29 दिसंबर के दिन कांग्रेस ने लोकसभा की 508 में से 401 सीट जीतकर आजाद भारत के संसदीय चुनाव के इतिहास में उस समय की सबसे बड़ी विजय दर्ज की थी.

40 सालों से कोई नहीं तोड़ पाया रिकॉर्ड
इस जीत ने रिकॉर्ड बना दिया था. पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी को भी पहले इस तरह का बहुमत नहीं मिला था. और न ही उसके बाद किसी पार्टी को चार सौ पार सीटें मिली थी. हालांकि बीजेपी ने 2024 के चुनाव में नारा जरूर दिया, लेकिन सीटें उतनी आ नहीं पाईं.  NDA 292 सीटों तक पहुंची तो वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाले I.N.D.I.A. गठबंधन को 234 सीटें मिली यानी अभी तक यह रिकॉर्ड बचा हुआ है. अभी तक किसी को भी ऐसा बहुमत नहीं मिला था, जैसा राजीव गांधी को देश की जनता ने दिया था.

कांग्रेस ने कैसे जीती इतनी सीटें
कांग्रेस ने हालांकि यह चुनाव भ्रष्टाचार हटाने के मुद्दे पर लड़ा था लेकिन पार्टी ने सहानुभूति की लहर पर सवार होकर चुनावी वैतरणी पार की. वर्ष 1984 में 31 अक्टूबर को देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके ही अंगरक्षकों ने हत्या कर दी थी और पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई थी. दो माह बाद हुए चुनाव में देश की जनता ने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि स्वरूप कांग्रेस पार्टी को वोट दिया. पार्टी का नेतृत्व उस समय उनके पुत्र राजीव गांधी के हाथ में था. बेटे राजीव के प्रति सहानुभूति की ऐसी आंधी चली कि जीत के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए.

कांग्रेस को मिला जबरदस्त बहुमत
दिसंबर 1984 में लोकसभा की 542 में 515 सीटों पर ही चुनाव हुए थे. असम की 14 और पंजाब की 13 सीटों पर चुनाव एक साल बाद सितंबर 1985 में हुए. इन चुनावों में कांग्रेस को 542 में से 414 सीटों पर जीत मिली थी. इतिहास में पहली बार किसी पार्टी का वोट प्रतिशत 50 के करीब पहुंचा था. इस चुनाव में पहली बार बीजेपी सियासी मैदान में उतरी थी, लेकिन उसे सिर्फ दो ही सीट हासिल हुई थी. यहां तक की अटल बिहारी वाजपेयी को भी हार झेलनी पड़ी थी.

फिर कांग्रेस का गिरता गया ग्राफ और कम होती गई सीटें:-

साल    वोट शेयर    सीट
1984    48.12    414
1989    39.53    197
1991    36.40    244
1996    28.80    140
1998    25.82    141
1999    28.30    114
2004    26.53    145
2009    28.55    206
2014    19.31    44
2019    19.46    52
2024    21.02    99

अब जानें 29 दिसंबर को दर्ज भारत और दुनिया में अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा
1530 : हुमायूं ने बाबर से मुगल साम्राज्य की बागडोर अपने हाथ में ली.

1845 : टेक्सास गणराज्य को अमेरिका में विलय किए जाने के प्रस्ताव को अमेरिकी कांग्रेस ने मंजूरी दी.

1942 : हिंदी सिनेमा के पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना का पंजाब के अमृतसर शहर में जन्म हुआ. उनका वास्तविक नाम जतिन खन्ना था. 1960 और 70 के दशक में राजेश खन्ना का नाम फिल्म की सफलता की गारंटी माना जाता था. उनकी एक के बाद एक 15 फिल्में सुपरहिट हुईं. इनमें फिल्म सच्चा झूठा और आनंद के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्म फेयर अवार्ड मिला.

1951 : अमेरिका के आणविक ऊर्जा आयोग के अधिकारियों ने आणविक ऊर्जा से बिजली उत्पादन के संबंध में पहली बार खुलासा किया.

1972 : कलकत्ता मेट्रो स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू.

1975 : ब्रिटेन में एक ऐतिहासिक कानून लागू कर महिलाओं और पुरुषों को समान अधिकार प्रदान किए गए. कानून के जरिए समाज में और नौकरी में महिलाओं को पुरुषों के बराबर का दर्जा दिया जाना अनिवार्य हो गया.

1977 : बम्बई में ओपन एयर थिएटर ‘ड्राइव इन’ खुला. इसे उस समय दुनिया का सबसे बड़ा ओपन एयर थिएटर बताया गया.

1984 : राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने आजाद भारत के संसदीय चुनाव के इतिहास में सबसे बड़ी जीत दर्ज की.

1998 : कंबोडिया पर 1975 से 1979 के बीच नियंत्रण करने वाले कट्टरपंथी कम्युनिस्ट संगठन ख्मेर रूज के नेताओं ने उनके शासन के दौरान तकरीबन 15 लाख लोगों के मारे जाने पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी.

2001 : अमेरिका में न्यूयार्क के शहर बफेलो में 24 दिसंबर को शुरू हुआ बर्फीला तूफान पांच दिन बाद थम गया और तकरीबन 82 इंच मोटी बर्फ की चादर के नीचे दबे शहर की खुदाई का काम शुरू हुआ.

2008 : इज़राइल द्वारा गाजा पट्टी पर हमास के ठिकानों को निशाना बनाने के बीच हमास के राकेट हमले में तीन इज़राइलियों की मौत के बाद इज़राइल ने हमास के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया.

2015 : पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इबोला से मुक्त घोषित किया. दो बरस पहले देश में इस घातक बीमारी का प्रकोप फैला था.

2023: देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कषगम (डीएमडीके) के संस्थापक और तमिल फिल्म जगत के दिग्गज कलाकार विजयकांत का चेन्नई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार. (इनपुट भाषा से भी)

Trending news