Manipur News: मणिपुर में बीते साल मई से जातीय हिंसा के चलते भारी अस्थिरता देखी गई है. अब हथियारों की वापसी से उम्मीद की जा रही है कि शांति बहाल करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम साबित होगा.
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Weapons Surrender: मणिपुर में बीते महीनों से जारी हिंसा के बीच अब शांति की दिशा में अहम कदम उठाए जा रहे हैं. राज्यपाल अजय कुमार भल्ला की अपील के बाद चुराचांदपुर और कांगपोकपी जिलों में अचानक कई लोगों ने स्वेच्छा से हथियार और गोला-बारूद सरेंडर करना शुरू कर दिया है. असम राइफल्स, सीआरपीएफ और पुलिस द्वारा समाज को हथियारों से मुक्त करने और सुरक्षा का माहौल बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसके सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं.
असल में शनिवार को चुराचांदपुर जिले में 16 अवैध और लूटे गए हथियार सरेंडर किए गए. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इनमें एक M-16 राइफल, एक 7.62 mm SLR, दो AK-47 राइफल, तीन INSAS राइफल, दो M-79 अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, एक 9mm कार्बाइन मशीन गन, एक 51 mm मोर्टार, तीन .303 राइफल और दो सिंगल बैरल राइफल शामिल हैं. इसके अलावा, 64 जिलेटिन स्टिक, 10 राउंड 60 mm पंपी मोर्टार गोला-बारूद, 17 राउंड AK गोला-बारूद, 40 राउंड 5.56 mm राइफल गोला-बारूद और तीन 9 mm कारतूस भी सौंपे गए.
पुलिस स्टेशन को सौंप दिए हथियार
इसके अलावा कांगपोकपी जिले के सपर्मेइना पुलिस स्टेशन में शुक्रवार को एक लूटी गई टियर गैस गन सरेंडर की गई. वहीं ककचिंग जिले में एक 303 राइफल, 13 कारतूस, चार बुलेटप्रूफ जैकेट, पांच बीपी प्लेट और चार हेलमेट पुलिस के हवाले किए गए. 20 फरवरी को अरंबई टेंगकोल गुट के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद, सुरक्षा बलों ने वायरी इलाके से बरामद हथियार भी ककचिंग पुलिस स्टेशन को सौंप दिए.
इन हथियारों में एक 5.56 mm INSAS राइफल, एक 5.6 mm कैलिबर राइफल, एक 12 बोर शॉटगन, एक 9 mm पिस्तौल, एक एयर पिस्टल, चार 12 बोर सिंगल बैरल राइफल, एक वाटर कैनन और एक 36 हैंड ग्रेनेड शामिल हैं. इसके अलावा, 27 राउंड 9mm कारतूस, 92 राउंड 7.62 mm AK-47, 40 राउंड 7.62 mm CTN, 45 राउंड 5.56 mm INSAS, 65 राउंड .303 और 30 राउंड 12 बोर कारतूस भी सौंपे गए.
शांति बहाल करने की दिशा में बड़ा कदम
मणिपुर में बीते साल मई से जातीय हिंसा के चलते भारी अस्थिरता देखी गई है. सुरक्षा एजेंसियां लगातार हालात पर काबू पाने की कोशिश कर रही हैं. अब हथियारों की वापसी से उम्मीद की जा रही है कि शांति बहाल करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम साबित होगा. आने वाले दिनों में और अधिक लोगों के स्वेच्छा से हथियार सरेंडर करने की संभावना जताई जा रही है.