इंदौर जनसुनवाई में पहुंचे भिखारी तो अलग दिखा नजारा, 10 दिन में 75 हजार कमाने वाली महिला का मामला उछला
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इंदौर जनसुनवाई में पहुंचे भिखारी तो अलग दिखा नजारा, 10 दिन में 75 हजार कमाने वाली महिला का मामला उछला

MP News: मध्य प्रदेश के इंदौर में प्रशासन लगातार भिखारियों पर लगाम लगाने की कोशिश में लगा हुआ है. आज जनसुनवाई के दौरान भिखारी भी पहुंचे, भिखारियों के पहुंचते ही अलग नजारा हो गया, इस दौरान 10 दिन में 75 हजार रुपए कमाई करने वाली महिला भिखारी का भी मामला उछला साथ ही साथ भिखारियों ने कलेक्टर से ये मांग भी की. 

इंदौर जनसुनवाई में पहुंचे भिखारी तो अलग दिखा नजारा, 10 दिन में 75 हजार कमाने वाली महिला का मामला उछला

MP News: मध्य प्रदेश के इंदौर में बीते कई दिनों से भिखारियों को लेकर माहौल गर्म है, कलेक्टर ऑफिस में आज जनसुनवाई के दौरान काफी संख्या में भिखारी भी पहुंचे, इस दौरान भिखारियों ने कलेक्टर के सामने अपनी बात रखी, भिखारियों ने कहा कि उनकी पेंशन बढ़ाई जाए, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाए, साथ ही साथ कई और मांगे भी की, बता दें कि इंदौर प्रशासन ने 14 भिक्षुओं को पकड़ा था, इस दौरान एक बुजुर्ग महिला भिखारी के पास 75 हजार रुपए मिले थे, जिसे उसने 10 दिन में जोड़ा था. इसके बाद कहा गया था कि अगर कोई भिखारियों को पैसा देते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 

कलेक्टर ऑफिस में भिखारी 
इंदौर कलेक्टर ऑफिस में जनसुनवाई के दौरान एक समूह भिक्षुओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्टर के समक्ष अपनी बात रखी, भिक्षुओं का कहना था कि उनकी पेंशन बढ़ाई जाए, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाए, उनके बच्चों को सरकारी नौकरी का अवसर मिले साथ ही साथ उन्होंने अन्य विभिन्न सुविधाओं की भी मांग की.

इस पर इंदौर कलेक्टर ने जवाब दिया कि प्रशासन ने कभी भी किसी भी भिक्षु को उनके हाल पर नहीं छोड़ा है, उन्होंने कहा कि सभी भिक्षुओं को खाने-पीने, स्वास्थ्य और अन्य जरूरी सुविधाएं दी जा रही हैं, इसके साथ ही उनके रोजगार के अवसरों को भी सुनिश्चित किया जा रहा है, ताकि वे अपनी जीवनयापन की स्थिति को बेहतर बना सकें.

कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार भिक्षुओं के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही है और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है.

इंदौर प्रशासन का ऐलान
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि इस साल जुलाई के महीने में इंदौर प्रशासन ने ऐलान किया था कि बच्चों का भीख मांगना और उनसे सामान खरीदना जुर्म है. इसके अलावा कहा था कि 1 जनवरी 2025 से  2025 से ना सिर्फ बच्चों बल्कि बड़ों को भी भीख मांगते पकड़ा जाता है तो उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी. इसके अलावा जो भीख देते हुए पकड़ा जाएगा  उस पर भी कार्रवाई की जाएगी.

पकड़ी गई थी महिला भिखारी
बीते दिन इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर इंदौर शहर को भिक्षुक मुक्त करने के अभियान के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही रही है, इसी कड़ी में महिला बाल विकास अधिकारी दिनेश मिश्रा के नेतृत्व में करीब 14 अलग-अलग टीम शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर मंदिरों और धार्मिक स्थलों के आसपास भिक्षा वृत्ति करने वाले लोगों को पड़कर सेवा धाम आश्रम उज्जैन भेज रही है. इसी कार्रवाई के दौरान राजवाड़ा के पास शनि मंदिर में एक बुजुर्ग महिला को भी पकड़ा. जब अधिकारियों ने महिला की जांच की तो उसने साड़ी के भीतर 75 हजार रुपए छुपा रखे थे, जिसे देखकर अधिकारी हैरान रह गए. जब उन्होंने महिला भिखारी से पूछा कि यह कितने दिन की कमाई है तो उसने बताया कि यह उसकी 10 से 12 दिन की कमाई है.

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