एएनपीआर सिस्टम के लागू होने के बाद हाईवे पर चलना वाहनों के लिए काफी आसान हो जाएगा. हालांकि इसमें कई चुनौती भी हैं.
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नई दिल्लीः देश के राजमार्गों पर टोल कलेक्शन के लिए सरकार ने पूरे देश में फास्टैग सिस्टम लागू किया था. अब खबर आ रही है कि केंद्र सरकार फास्टैग को एक नए सिस्टम से बदलने पर विचार कर रही है. ये नया सिस्टम है ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर (ANPR) कैमरा. इस सिस्टम के तहत सरकार सभी टोल प्लाजा पर ऐसे कैमरे इंस्टॉल करेगी जो आपके वाहन की नंबर प्लेट को रीड कर सकेंगे.
राष्ट्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्रालय का दावा है कि नए सिस्टम से टोल प्लाजा पर वाहनों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा और उनका वेटिंग टाइम कम हो जाएगा. फिलहाल देश में 97 फीसदी टोल कलेक्शन फास्टैग के द्वारा हो रहा है लेकिन कई बार टोल प्लाजा पर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है. ऐसे में सरकार एएनपीआर सिस्टम को लागू करने की योजना बना रही है.
एएनपीआर सिस्टम कैसे काम करेगा?
ANPR के तहत देश के राजमार्गों से सभी टोल प्लाजा खत्म कर दिए जाएंगे और उनकी जगह एएनपीआर सिस्टम इंस्टॉल कर दिया जाएगा. जिसके तहत जगह जगह कैमरे लगाए जाएंगे और ये कैमरे आपके वाहन की नंबर प्लेट को रीड करेंगे. इसके बाद वाहन मालिक के बैंक खाते से अपने आप टोल के पैसे कट जाएंगे. जिस जगह के कैमरे में आपका वाहन राजमार्ग पर एंट्री करेगा और जहां से एग्जिट होगा, उतना टोल बैंक खाते से काट लिया जाएगा.
माना जा रहा है कि एएनपीआर सिस्टम के लागू होने के बाद हाईवे पर चलना वाहनों के लिए काफी आसान हो जाएगा. हालांकि इसमें कई चुनौती भी हैं. पहली बात तो ये है कि ये कैमरे सिर्फ उन्हीं वाहनों की नंबर प्लेट को रीड कर सकेंगे, जिनमें OEM फिटेड नंबर प्लेट लगी होगी. अभी काफी वाहनों में यह नंबर प्लेट नहीं लगी है, ऐसे में सरकार के लिए नई व्यवस्था को लागू करना काफी चुनौतीपूर्ण रहेगा.
साथ ही कई वाहनों में नंबर प्लेट थोड़ी छिपी हुई होती है. ऐसे में कैमरों के लिए इन नंबर प्लेट को पढ़ना आसान नहीं होगा.