Health tips India: अगर आप चाहते हैं कि आपका हार्मोन लेवल (Hormones level) साल के 12 महीने हमेशा नियंत्रण (control) में रहें तो आपके लिए कुछ ऐसे उपाय हैं जिसको अपना कर आप अपना हार्मोन लेवल नियंत्रित कर सकते हैं.
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Hormone Level News: अगर आपका हार्मोन (Hormone) एक लेवल में नहीं हो पा रहा है या फिर आप अपने हार्मोंस को लेकर परेशान हैं तो अब आपको घबराने की जरूरत नहीं है. क्योंकि हम आपको बताने चल रहें हैं कुछ ऐसी चीजों के बारे में जिसको अपना कर आप अपना हार्मोंस लेवल बराबर (hormones equivalent) रख सकते हैं. आपके शरीर के लिए कम या ज्यादा मात्रा में हार्मोंस हानिकारक होता है. आपको बता दें कि हार्मोन वे पदार्थ होते हैं जो कई शारीरिक कार्यों को कॉर्डिनेट करने के लिए आपके खून (Blood)के जरिए आपके अंगों, त्वचा, मांसपेशियों और अन्य टिश्यू के साथ कन्वर्सेशन (Conversation) करते हैं. इसके अलावा आपको बता दें कि आपके शरीर में 50 से ज्यादा हार्मोन विद्यमान रहते हैं. इन हार्मोंस को हमेशा लेवल (Hormones level) में रखने के लिए आपको क्या करना चाहिए आइए जानते हैं.
चीनी से बनाए दूरी
चिकित्सा शास्त्र के मुताबिक चीनी मेटाबॉलिज्म संबंधी बीमारी और इंसुलिन रेजिस्टेंस सहित समस्याओं में योगदान करती है. इसकी वजह से आपके इंसुलिन लेवल बढ़ सकता है जो आपके शरीर के लिए काफी ज्यादा हानिकारक है. हार्मोन लेवल को नियंत्रित करने के लिए आपको शुगर के प्रयोग से बचना चाहिए. इसके अलावा आपको बता दें कि इसी तरह की प्रतिक्रियाएं टेबल शुगर, हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप और शहद द्वारा लाई जाती हैं.
प्रोटीन की मात्रा का दें ध्यान
अगर आप चाहतें हैं कि आपका हार्मोंन हमेशा लेवल में रहे तो आपको प्रोटीन की मात्रा का ध्यान देना जरूरी होता है. इसके लिए आपको पर्याप्त मात्रा में अपनी डाइट में प्रोटीन लेना चाहिए क्योंकि आपका पेप्टाइड हार्मोन भूख प्रजनन सहित शरीर की कई गतिविधियों को मैनेज करता है. इसके अलावा आपको बता दें कि प्रोटीन का सेवन भूख और भोजन के सेवन को नियंत्रित करने वाले हार्मोंन को प्रभावित करता है. इसके लिए अगर आप चाहते हैं कि आपका हार्मोन लेवल नियंत्रित रहे तो आप पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लेते रहें.
व्यायाम पर दें ध्यान
अगर आप चाहते हैं कि आपका हार्मोन लेवल 12 महीने नियंत्रण में रहे तो व्यायाम पर भी देने की जरूरत है. क्योंकि इसके जरिए आपके हार्मोन रिसेप्टर संवेदनशीलता को बढ़ाता है. इंसुलिन लेवल को कम करने और इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ावा देने के लिए व्यायाम की क्षमता एक जरूरी लाभ है. इसके आलावा आपको बता दें कि व्यायाम करने से डायबिटीज, हार्ट अटैक के खतरों से भी छुटकारा मिलता है.