मोदी सरकार में बढ़ा ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद, मिली एक और अहम जिम्मेदारी
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मोदी सरकार में बढ़ा ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद, मिली एक और अहम जिम्मेदारी

केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और जदयू कोटे से मंत्री आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद केंद्रीय मंत्रीमंडल में कुछ मंत्रियों को नई जिम्मेदारी मिली है. इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल हैं. उन्हें इस्पात मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है.

मोदी सरकार में बढ़ा ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद, मिली एक और अहम जिम्मेदारी

नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और जदयू कोटे से मंत्री आरसीपी सिंह ने केंद्रीय मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया और स्मृति ईरानी का कद मोदी मंत्री मंडल में बढ़ गया है. मुख्तार अब्बास नकवी के इस्तीफे के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को अल्पसंख्यक मंत्रालय का प्रभार दे दिया गया है. वहीं, आरसीपी सिंह के इस्पात मंत्रालय का प्रभार नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिला है.

नकवी और आरसीपी सिंह ने मंत्री पद से दिया था इस्तीफा
मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह ने बुधवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. दोनों का राज्यसभा कार्यकाल गुरुवार को समाप्त हो रहा है. इससे पहले कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों की तारीफ की थी. नकवी के पास अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय जबकि, आरसीपी सिंह के पास इस्पात मंत्रालय था.

प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति ने दी जिम्मेदारी
भारत के राष्ट्रपति ने प्रधान मंत्री की सलाह के अनुसार, संविधान के अनुच्छेद 75 के खंड (2) के तहत, केंद्रीय मंत्रिपरिषद से मुख्तार अब्बास नकवी और राम चंद्र प्रसाद सिंह के इस्तीफे को तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया था. इसके बाद से ही दोनों मंत्रालय खाली थे. जैसा कि प्रधान मंत्री द्वारा सलाह दी गई है, राष्ट्रपति ने कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी को उनके मौजूदा पोर्टफोलियो के अलावा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय और सिंधिया को इस्पात मंत्रालय का प्रभार सौंप दिया.

नकवी केंद्र में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री थे और राज्यसभा में बीजेपी उपनेता भी थे. राज्यसभा द्विवार्षिक चुनाव में भाजपा ने उन्हें कहीं से उम्मीदवार नहीं बनाया था. तब से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी उन्हें एनडीए का उपराष्ट्रपति उम्मीदवार या फिर किसी बड़े राज्य का राज्यपाल बना सकती है.

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