MP के चंबल में डॉक्टर साहब का खेला, जहां पोस्टिंग वहां से गायब, दूसरे जिले में निजी प्रैक्टिस
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MP के चंबल में डॉक्टर साहब का खेला, जहां पोस्टिंग वहां से गायब, दूसरे जिले में निजी प्रैक्टिस

MP News: मध्य प्रदेश के चंबल अंचल में एक बार फिर सरकारी डॉक्टर का कारनामा सामने आया है, क्योंकि डॉक्टर अपनी ड्यूटी की जगह निजी अस्पताल में प्रैक्टिस कर रहे हैं.

डॉक्टर चला रही प्राइवेट अस्पताल

मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही कई बार सामने आ चुकी हैं. जबकि कई सरकारी डॉक्टरों की शिकायतें भी आ चुकी है. लेकिन मामलों में सुधार नहीं आता. ऐसा ही एक मामला भिंड जिले के दबोह कस्बे से सामने आया है, जहां पर दतिया जिले के शोहन गांव के शासकीय अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर भिंड जिले के दबोह कस्बे में बीते दो साल से धडल्ले से प्राइवेट क्लीनिक संचालित कर रहे हैं. दतिया के सोहन गांव और भिण्ड के दबोह के लोगों ने लगातार इस बात की शिकायत की है, लेकिन दोनों जिलों की तरफ से अब तक महिला डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं हुई है. 

दतिया में हुई थी पदस्थ 

दरअसल, दतिया जिले के सोहन गांव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 1 अगस्त 2021 को एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद डॉक्टर हेमा बघेल को पदस्थ किया गया था. इसके बाद स्थानीय लोगों ने खुश होते हुए सोचा था कि अब इलाज के लिए कई किलोमीटर दूर दतिया नहीं जाना पड़ेगा और उन्हें स्थानीय स्तर पर ही इलाज मिलेगा. लेकिन कुछ ही दिन बाद डॉक्टर हेमा बघेल ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोहन गांव आना कम कर दिया और हाजरी रजिस्टर में हाजरी लगाने कभी कभार आने लगी. कुछ दिन बाद पता लगा कि डॉक्टर साहब ने भिंड जिले के दबोह कस्बे में निजी क्लीनिक खोल लिया है और वहीं पर मरीजों को मोटी-फीस लेकर देखने में व्यस्त रहती हैं. 

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सोहन गांव के लोगों ने इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग को समय-समय पर की है, लेकिन डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं हुई. इसके पीछे की एक वजह डॉक्टर का सियासी रसूख भी बताया जा रहा है. दतिया जिले सोहन गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर साहब की कुर्सी हमेशा खाली रहती है और स्थानीय लोगों को इलाज के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है. 

वहीं इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने जांच की बात कही है, लेकिन डॉक्टर के न होने से ग्रामीणों को जरूर परेशानियों का सामना करना पड़ता है. क्योंकि डॉक्टर अपनी निजी अस्पताल में ही ज्यादा बिजी रहती हैं. 

भिंड से प्रदीप शर्मा की रिपोर्ट 

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