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Shani Jayanti 2023: शनिदेव के साथ करें बजरंगबली की पूजा, जड़ से खत्म हो जाएंगे सभी संकट


Shani Jayanti 2023: शनि जयंती के दिन न्याय के देवता शनिदेव की पूजा के साथ-साथ हनुमान जी की पूजा का भी महत्व है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से हमें सभी प्रकार के संकटो से मुक्ति मिल जाती है. आइए जानते हैं कब है शनि जयंती और कैसे करें हनुमान जी की पूजा?

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हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि के दिन शनि देव की पूजा की जाती है. इस साल शनि जयंती 19 मई को पड़ रही है. आइए जानते हैं शनि जयंती पर कैसे करें शनिदेव के साथ बजरंगबली को प्रसन्न...

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पौराणिक मान्यतानुसार प्राचीन समय में शनिदेव को अपनी शक्ति पर घमंड हो गया था. जब उन्हें मालुम हुआ कि हनुमानजी भी बहुत शक्तिशाली हैं तो शनिदेव उनसे युद्ध करने पहुंच गए. दोनों के बीच युद्ध क्षीण गया. इस बीच हनुमान जी ने शनिदेव पर ऐसा प्रहार किया कि वे घायल हो गए. जिसके बाद शनिदेव ने हनुमान जी से क्षमा याचना मांगी.

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हनुमान जी के प्रहार से शनिदेव घाव लग गया और दर्द होने लगा. जिसके बाद शनिदेव ने जब हनुमान जी से क्षमा याजना मांगी तो उन्होंने घावों पर लगाने के लिए शनिदेव को तेल दिया. जिसके बाद शनिदेव का दर्द ठीक हो गया. इसी दौरान शनिदेव ने हनुमान जी से कहा जो भी भक्त आपकी पूजा करेंगे, उन्हें शनि के दोष का सामना नहीं करना पड़ेगा. तभी से शनि के साथ ही हनुमानजी की पूजा की जाती है.

 

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शनि जयंती के दिन दिन सुबह स्नान के बाद मंदिर में जाकर तांबे के बर्तन में जल और सिंदूर मिलाकर भगवान हनुमान को अर्पित करें. साथ ही एक माला  'श्री हनुमंते नमः' मंत्र का जाप करें. इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें. ऐसा करने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होगी और संकटो से मुक्ति मिलेगी.

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शनि जयंती के दिन हनुमान मंदिर जाकर सुंदरकांड का पाठ करने से भगवान हनुमान और शनि देव दोनों की विशेष कृपा प्राप्त होती है. ऐसा करने से हर समस्या का निवारण होता है.

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यदि आपका कोई कार्य लंबे समय से अटका हुआ है और उसमें बार-बार विघ्न आ रहा है तो शनि जयंती के दिन हनुमान जी के मंदिर जाकर चमेली के तेल व सिंदुर से बजरंगबली का अभिषेक करें. जल्द ही आपके रुके हुए कार्य पूरे होंगे.

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शनि जयंती के दिन हनुमान मंत्र का जाप करने शनि की साढ़ेसाती और  ढै्य्या से मुक्ति मिलती है. इस दिन तिल, चीनी और चने के दाल का दान करें.