MP से निकलती है भारत की श्रापित नदी, इसमें नहाने से लगता है पाप
Shubham Kumar Tiwari
Feb 10, 2025
प्रयागराज में भारी भीड़
इन दिनों प्रयागराज की संगम तट पर महाकुंभ लगा हुआ है. इसमें देश-विदेश से लोग स्नान करने आ रहे हैं. यही वजह है कि यहां भारी भीड़ देखने को मिल रही है.
यूपी-एमपी बार्डर पर भारी जाम
प्रयागराज में इन दिनों इतनी भीड़ है कि लोग यहां जाने से घबरा रहे हैं. महाकुंभ के चलते एमपी-यूपी के बार्डर पर भीषण जाम देखने को मिल रहा है.
जाम की स्थिति को देखते हुए मध्य प्रदेश के कुछ लोग अपने घर के आस-पास स्थित पवित्र नदियों में स्नान कर पुण्य फल ले रहे हैं.
श्रापित नदी
लेकिन क्या आपको पता है कि मध्य प्रदेश में एक ऐसी भी नदी बहती है. जिसे श्रापित नदी कहा जाता है. इस नदी में नहाने से पुण्य की बजाय पाप लगता है.
जानिए कौन है वो नदी
अब आप सोच रहे होंगे ऐसी कौन सी नदी है, जिसमें नहाने से पाप लगता है तो बता दें कि वो कोई और नहीं बल्कि उत्तर भारत की प्राचीन नदियों में से एक चंबल नदी है.
द्रोपदी ने दिया श्राप
चंबल नदी के किनारे ही कौरवों और पांडवों के बीच में चौसर का खेल हुआ था. जिसमें पांडव ने द्रोपदी को हार गया था. इस दौरान कारवों ने द्रौपदी का अपमान किया था. इस घटना से दुखी होकर द्रौपदी ने चंबल नदी को श्राप दे दिया. तभी से चंबल नदी श्रापित बन गई.
डकैतों को लेकर मशहूर
चंबल नदी उत्तर भारत की प्रदूषित रहित नदियों में से एक है. इसके बीहड़ों ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के डकैतों को इन बीहड़ों में छुपने और वारदात करने की पूरी आजादी दी.
डकैतों के नाम से जानी जाती है चंबल नदी
आज पूरी दुनिया चंबल नदी को नदी के नाम से कम और डकैतों के नाम से ज्यादा जानती है.
एमपी से निकलती है यह नदी
मध्य प्रदेश में महू से निकलकर यह नदी धार, उज्जैन, रतलाम, भिंड और उससे सटे राजस्थान के कोटा व धौलपुर होते हुए यमुना में मिल जाती है.
घड़ियालों का घर
चंबल नदी को मगरमच्छों और घड़ियालों का घर कहा जाता है. यहां इतने ज्यादा मगरमच्छ हैं कि लोग इसके किनारे जाने से भी डरते हैं.