Karnataka: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने करवार नेवल बेस की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को लीक करने का आरोप में लोगों को अरेस्ट किया है. सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने हनी-ट्रैप के जरिए इन दोनों को अपने जाल में फंसाया है.
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Karnataka: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उत्तर कन्नड़ जिले से दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इन पर करवार नेवल बेस की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को लीक करने का आरोप है. यह मामला हनी-ट्रैप से जुड़ा बताया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने हनी-ट्रैप के जरिए इन दोनों को अपने जाल में फंसाया है.
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में एक महिला एजेंट ने फेसबुक पर इन दोनों से दोस्ती की और उन्हें नेवल बेस की गतिविधियों, वॉरशिप की आवाजाही और सुरक्षा संबंधी जानकारियां देने के लिए बहकाया. इसके बदले में दोनों को 5-5 हजार रुपये महीना दिया जाता था, जो करीब 8 महीनों तक जारी रहा.
आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए वेताना टंडेल (मुडुगा गांव) और अक्षय नाइक (हलवाली) करवार के रहने वाले हैं. हालांकि, NIA ने तीन लोगों को अगस्त 2024 में इन दोनों के अलावा सुनील (टोडूर गांव) से पूछताछ की थी. NIA ने पूछताछ के बाद दोनों को छोड़ दिया गया था, लेकिन सेंट्रल एजेंसी इनकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी.
NIA ने इनकी वित्तीय लेन-देन को ट्रैक किया, जिसमें हनी-ट्रैप जासूसी नेटवर्क से इनके संबंधों का खुलासा हुआ. NIA ने करवार नेवल बेस के अधिकारियों ने जांच शुरू करक दी है. संभावना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती है.
INS कदंब: भारत का महत्वपूर्ण नेवल बेस
करवार सुरक्षा के नजरिए से बहुत ही संवेदनशील है. यहां पर ही INS कदंब, जिसे करवार नेवल बेस या प्रोजेक्ट सीबर्ड भी कहा जाता है. यह INS कदंब भारतीय नौसेना का तीसरा सबसे बड़ा बेस भी है. फिलहाल इसका विस्तार किया जा रहा है और यह पूरा होने के बाद पूर्वी क्षेत्र का सबसे बड़ा नौसैनिक बेस बन जाएगा.
भारतीय एजेंसियां सतर्क
इसकी सुरक्षा को लेकर भारतीय एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और ऐसे मामलों की कड़ी जांच की जा रही है. टंडेल और नाइक करवार के चंड्या क्षेत्र में 'Iron and Mercury' नामक कंपनी में ठेके पर काम करते थे. वहीं, सुनील पहले नेवल बेस सीबर्ड के कैंटीन में ठेका कर्मचारी था, लेकिन अब ड्राइवर का काम करता है.