मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा रोकने की कवायद के तहत राज्य सरकार ने श्रमिकों की हाजिरी व्यवस्था को ऑनलाइन करने का फैसला किया, लेकिन आधी अधूरी तैयारी के साथ लागू की गई यह नई व्यवस्था सुविधा की जगह दुविधा बनने लगी है.
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Asind: मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा रोकने की कवायद के तहत राज्य सरकार ने श्रमिकों की हाजिरी व्यवस्था को ऑनलाइन करने का फैसला किया, लेकिन आधी अधूरी तैयारी के साथ लागू की गई यह नई व्यवस्था सुविधा की जगह दुविधा बनने लगी है. जिले की आसींद विधानसभा क्षेत्र के बदनोर उपखंड मुख्यालय के निकट चेनपुरा ग्राम में नरेगा श्रमिकों ने ऑनलाइन नरेगा उपस्थिति के साथ ऑफलाइन उपस्थिति को फिर से लागू करने की मांग करते हुए अपना विरोध दर्ज करवाया है.
वहीं सरपंच प्रतिनिधि जोगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि नरेगा श्रमिकों की पीड़ा और समस्या को ध्यान में रखते हुए 8 दिन से एक दिन भी ऑनलाइन हाजिरी नहीं हुई. इंटरनेट की प्रॉब्लम होने से श्रमिकों की हाजिरी और फोटो इंटरनेट पर अपलोड नहीं होता, जिससे नरेगा श्रमिकों में भारी रोष है. श्रमिक घेवर रेबारी ने बताया कि मनरेगा का न्यू वर्जन NMMS श्रमिकों के लिए आपत बन गया है.
हम सुबह 7:00 बजे साइड पर आकर बैठ जाते हैं, जिसके बाद हाजिरी भरने के साथ फोटो अपलोड करते हैं वह अपलोड होते नहीं है, एक फोटो को अपलोड होने में पूरा दिन लग जाता है. वहीं कई जगह रेंज ना आने से एप्प में हाजरी नहीं भर पा रहे. इस समस्या से चैनपुरा सहित आसींद तहसील में मनरेगा श्रमिक परेशान नजर आ रहे हैं. परेशानी के चलते श्रमिकों ने उच्च अधिकारियों को फोन पर समस्या बताई तो अधिकारियों का जवाब मिला कि पूरे दिन बैठे रहो फोटो अपलोड हो तब घर जाओ.
वहीं महिला मेट सुमित्रा लोहार ने बताया कि श्रमिक ज्यादा परेशान हो रहे हैं. यह ऑनलाइन हाजरी मुसीबत बन गई हैं. हमें 8 दिन हो गए साइट पर आते हुए लेकिन हमारी एक भी दिन की हाजिरी ऑनलाइन में लगी नहीं है. श्रमिक हम मेटो के ऊपर दबाव बना रहे हैं कि हम दिन भर धूप में काम कर रहे हैं फिर भी हमारी हाजिरी नहीं भरी जा रही है, अब हमारे पैसों की जिम्मेदारी कौन लेगा. हमें 7, 8 दिन हो गए नरेगा में काम करते हुए. मेट लोहार ने बताया कि सचिव और ऊपर के अधिकारियों को कई बार अवगत कराने के बाद में स्थिति जैसी की तैसी बनी हुई है, इससे श्रमिकों में काफी रोष भी है.
वहीं भीषण गर्मी में श्रमिक नरेगा साइट पर उपस्थित होने के बावजूद भी हाजिरी गैर हो जाने से स्थानीय श्रमिक काफी परेशान है. वहीं स्थानीय ग्राम पंचायत चैनपुरा में इंटरनेट नहीं चलने से बार-बार मजदूरों की हाजिरी अनुपस्थित होने से उनकी परेशानी बढ़ती जा रही है. जोगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि ऑनलाइन हाजरी को लेकर पूर्व में संबंधित अधिकारियों को भी कई बार अवगत करवाया गया. उसके बाद भी स्थिति वैसी ही बनी हुई है.
अबतक समस्या का कोई भी समाधान नहीं हुआ है. वहीं महिला मेट कैलाशी खटीक ने बताया कि समय पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं होने से श्रमिक काफी नाराज है.वहीं श्रमिकों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए चेतावनी देकर कहा कि यदि 7 दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो पंचायत समिति स्तर पर ग्रामीणों और नरेगा श्रमिकों के द्वारा आंदोलन किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
Reporter: Mohammad Khan
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