डूंगरपुर जिले में बैंक ऑफ बड़ौदा का एक कर्मचारी पैसे जमा करने के नाम पर गरीब लोगों की राशि लेकर फरार हो गया है. ग्रामीणों ने बैंक अधिकारी से शिकायत की तो उसे बैंक से हटा दिया गया, लेकिन अभी तक उसपर कोई केस दर्ज नहीं किया गया है.
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डूंगरपुर: जिले के धम्बोला थाना क्षेत्र के गंधवा गांव के बैंक ऑफ़ बड़ोदा के बीसी (बिज़नेस कॉरस्पॉन्डेंट) द्वारा गरीबों की राशि का गबन कर फरार होने का मामला सामने आया है. पीड़ितों की शिकायत के बाद बैंक ऑफ़ बड़ोदा शाखा गंधवा ने बीसी को पद से हटा दिया है, लेकिन आरोपी बीसी के खिलाफ अभी तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं करवाया है. वहीं, बैंक के अधिकारी जवाब देने से भी बच रहे हैं .
ग्रामीण क्षेत्रो में बैंको की ओर से ग्राहकों की सहूलियत के लिए बीसी (बिज़नेस कॉरस्पॉन्डेंट) लगाए जाते है . ताकि ग्राहको को अपने खातो से राशी जमा करवाने व निकालने के लिए बैंक के चक्कर नहीं काटने पड़े और गाँव के अंदर बैंक का बीसी उनका ये सब काम कर दे . इसी के तहत गंधवा के बैंक ऑफ़ बड़ोदा की ओर से गंधवा गाँव में महेश कुमार रोत को बैंक का बीसी बनाया था, लेकिन बीसी महेश कुमार रोत ने 7 लोगों की राशी का गबन कर लिया और फरार हो गया है .
इतनी राशि लेकर फरार हुआ आरोपी
पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि गंधवा गाँव के बीसी महेश कुमार रोत के पास राशि खातों में जमा करवाने व निकालने के लिए गए थे . जिसमें बीसी ने थम्ब इम्प्रेशन मशीन पर अंगूठा तो लगा लिया, लेकिन राशि न तो उन्हें दी और न ही उनके खातो में जमा करवाई गई है. उन्होंने बताया कि बीसी रोत ने प्रकाश के 15 हजार कमजी के 1200 रुपए, मनीषा के 5 हजार , धनु के 10 हजार व लीलकी के 500 रुपए की उनके खातो से निकालकर गबन कर ली . वही जय संतोषी माँ महिला समूह की 18 हजार की राशी और मनोहर मालीवाड की 40 हजार की राशी उनके खातो में जमा नहीं करवा कर गबन कर ली .
ग्रामीणों ने राशि लौटाने की मांग की
वहीं इसके बाद बीसी रोत फरार हो गया. इधर ग्रामीणों ने बताया की इस सम्बन्ध में 30 जनवरी को पीडितों ने गंधवा बैंक के मैनेजर को शिकायत की थी . जिस पर बैंक प्रबंधन ने बीसी रोत को पद से हटा तो दिया लेकिन अभी तक उसके खिलाफ थाने में कोई रिपोर्ट नहीं दी है . पीड़ित ग्रामीणों ने बीसी पर कार्रवाई करते हुए राशि लौटाने की मांग की है .