मेड़ता में GSS पर ताला जड़ किसान लामबंद, सुबह 5 से रात 10 बजे के बीच विद्युत आपूर्ति की रखी मांग..
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1428147

मेड़ता में GSS पर ताला जड़ किसान लामबंद, सुबह 5 से रात 10 बजे के बीच विद्युत आपूर्ति की रखी मांग..

मेड़ता उपखंड के इंदावड़ ग्राम के किसानों ने रात्रि कालीन विद्युत आपूर्ति बंद करने की मांग को लेकर जीएसएस पर ताला लगा दिया. किसानों की मांग है कि राज्य सरकार द्वारा घोषित कृषि क्षेत्र को निर्बाध विद्युत आपूर्ति घोषणा पर विद्युत विभाग की मनमानी से किसान वर्ग परेशान है. 

 

मेड़ता में GSS पर ताला जड़ किसान लामबंद, सुबह 5 से रात 10 बजे के बीच विद्युत आपूर्ति की रखी मांग..

Indawar: किसानों ने विरोध प्रदर्शन कर सरकार द्वारा घोषित 6 घंटे निर्बाध बिजली सप्लाई दिए जाने की मांग को लेकर जीएसएस कार्यालय पर ताला लगाकर मांगे पूरी नहीं होने तक धरना जारी रखने का ऐलान कर दिया. मेड़ता विधानसभा क्षेत्र के इंदावड़ ग्राम में बिजली विभाग द्वारा किसानों को थ्री फेस लाइट रात में दिए जाने के विरोध में किसानों के स्वर मुखर होते दिखाई दे रहे हैं.

अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से प्रशासन के सामने रखते हुए किसान विरोध प्रदर्शन पर उतर गए. जीएसएस कार्यालय पर तालाबंदी कर दी. किसानों की मांग है कि सिंचाई के लिए दी जाने वाली विद्युत आपूर्ति प्रातः 5:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे के बीच दी जाए. जिससे किसान आसानी से कृषि कार्य संपन्न कर सकें. साथ ही सर्द मौसम में अपना स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए परिवार का भरण पोषण कर सकें. 

किसानों ने जीएसएस के बाहर ताले लगाकर सभी फीडर की विद्युत आपूर्ति बंद कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. किसानों का कहना है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हम जीएसएस में 33 केवी लाइन जोड़ने नहीं देंगे . मौके पर पहुंचे बिजली विभाग के जेईएन सतपाल सिंह ने ग्रामीणों से की समझाइश का प्रयास भी किया लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े हैं. Jen ने बताया कि विभाग द्वारा आला अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी दे दी गई है. जल्दी आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

किसानों का कहना है कि यदि किसानों की मांगों पर विभाग द्वारा ध्यान नहीं दिया गया तो इसका खामियाजा सरकार सहित विभागीय अधिकारियों को भूगतना होगा.

Reporter- Damodar Inaniya

ये भी पढ़ें- Dungarpur Suicide Case: डूंगरपुर में ढाई साल में 400 से अधिक लोगों ने की आत्महत्या, तनाव और अवसाद है बड़ी वजह, चिंता में ये सब

 

Trending news