Pratapgarh News: प्रतापगढ़ में 20 दिन पहले वाइन शॉप सेल्समेन की हत्या कर सड़क दुर्घटना का रूप देने के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में वाइन शॉप मालिक और उसके साथी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. पुलिस अब इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है. आरोपियों ने सेल्समेन पर गबन का आरोप लगाते हुए वारदात को अंजाम दिया था.
देवगढ़ थाना अधिकारी मिश्रीलाल चौहान ने बताया कि 20 दिन पहले 20 दिसंबर को पुलिस को सूचना मिली कि पूंगा तालाब के जंगल में एक शव पड़ा हुआ है. जिस पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो पास ही बरसाती नाले में एक बाइक भी पड़ी हुई थी. मौके पर एफएसएल टीम ने पहुंचकर सबूत इकट्ठा किये. बाद में पुलिस ने शव को जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में पहुंचाया और उसकी शिनाख्त करवाई. पोस्टमार्टम के दौरान ही साफ हो गया था कि किसी ने उसकी हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया था. मृतक केसर सिंह धरियावद का रहने वाला था और प्रतापगढ़ में हाट सालमगढ़ स्थित दीपक कलाल की वाइन शॉप पर सेल्समैन था.
मृतक के चचेरे भाई धरियावद निवासी अमर सिंह ने प्रकरण दर्ज करवाया कि उसका भाई केसर सिंह बीते 6 महीने से प्रतापगढ़ के धरियावद रोड स्थित एक वाइन शॉप पर काम कर रहा था. उसकी किसी ने हत्या कर दी और उसको सड़क दुर्घटना का रूप देने के लिए बाइक सहित जंगल में फेंक दिया. पुलिस ने इस मामले में 26 दिसंबर को वाइन शॉप मालिक दीपक कलाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने वारदात करना कबूल किया. पूछताछ में सामने आया कि 17 दिसंबर को उन्होंने अपनी दुकान का हिसाब देखा तो 6 लाख 50 हजार रुपये कम थे.
इस पर सेल्समेन केसर सिंह से पूछताछ की तो उसने रूपयों के गबन से इनकार कर दिया. इसके बाद 19 दिसंबर को अचलपुर निवासी दीपक कलाल, पांच इमली निवासी रुपेश चौधरी और उनके साथियों ने मिलकर गबन की राशि वसूलने की योजना बनाई और पार्टी करने के बहाने केसर सिंह को अचलपुर बुलाया. जहां उसके साथ मारपीट की गई और उसकी हत्या कर दी गई. हत्या को सड़क दुर्घटना का रूप देने के लिए दीपक और उसके साथियों ने केसरसिंह के शव को बाइक सहित पुंगा तालाब के जंगल में फेंक दिया. पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के बाद रुपेश और दीपक को गिरफ्तार कर लिया था.
मामले में शामिल इनका एक साथी अचलपुर निवासी पवन चौधरी फरार चल रहा था. पुलिस ने आज इसे भी गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में इसने बताया कि केसर सिंह केशव को और बाइक को टाटा सुमो गाड़ी में लेकर गए थे और उसे जंगल में फेंक दिया था. मामले में लिप्त इनके अन्य साथियों की तलाश जारी है.