Kalashtami 2024 Shubh Muhurat: भगवान शिव का रौद्र ही कालभैरव स्वरूप है. हर महीने कालाष्टमी का पर्व मनाने का विधान है और शुभ अवसर पर अगर कालाष्टमी पूजा और व्रत किया जाए तो लाभ ही लाभ होगा.
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Kalashtami 2024 Shubh Muhurat: कालाष्टमी का व्रत बहुत कल्याणकारी माना जाता है. हर माह के कृष्ण पक्ष में जो अष्टमी तिथि पड़ती है उसी तिथि पर कालाष्टमी का पर्व मनाने का विधान है. धार्मिक मान्यता के अनुसार काल भैरव की विधिपूर्वक यदि पूजा अर्चना की जाए तो सुख-समृद्धि में अत्यंतत वृद्धि होती है. इसके अलावा काल भैरव भी प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर दया करते हैं. ऐसी मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन अगर कुछ विशेष तरह के उपायों को किया जाए तो लाभ ही लाभ होंगे और जीवन के दुखों का अंत होगा. आइए उन उपायों को जानते हैं.
कालाष्टमी के उपाय (Kalashtami Ke Upay)
कालाष्टमी के दिन सुबह उठें और स्नान करके भैरव मंदिर जाएं. वहां काल भैरव पूजा करें. चमेली का तेल पूरे मन से अर्पित करें. इससे काल भैरव अति प्रसन्न होते हैं. किसी भी भय से मुक्ति भी मिलती है.
कालाष्टमी के दिन के दिन अगर एक नारियल पर लाल रंग से स्वास्तिक बनाएं और काली मिर्च और लौंग के साथ नारियल को काल भैरव को अर्पित कर दें तो नौकरी में जरूर सफलता मिलती है.
अगर आप धन की कमी से जूझ रहे हैं तो आपको कालाष्टमी पर काल भैरव की पूरे विधिविधान से पूजा करनी चाहिए. बाबा को जलेबी का भोग लगाएं. माना जाता है कि इस उपाय से इंसान को धन की कभी कमी नहीं होती है.
इसके अलावा कालाष्टमी पर मीठी रोटी का भोग भी बाबा काल भैरव को लगाया जाता है. इससे नकारात्मक ऊर्जा का अंत होता है.
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कालाष्टमी शुभ मुहूर्त (Kalashtami 2024 Shubh Muhurat)
पंचांग के मुताबिक ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर तिथि 30 मई को प्रारंभ होगा जिसका सटीक समय सुबह के 10 बजकर 13 मिनट है. इस तिथि का 31 मई को समापन हो रहा है जिसका सटीक समय सुबह का 08 बजकर 08 मिनट है. इस तरह मासिक कालाष्टमी व्रत 30 मई को मनाया जाएगा.