Makar Sankranti 2023: सूर्य जब धनु राशि की यात्रा करके मकर राशि में प्रवेश करता है तो मकर संक्रांति होती है. मकर संक्रांति पर सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होने लगते हैं.
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Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति पर्व का धार्मिक व आध्यात्मिक महत्व है. इस दिन कुछ उपाय कर सूर्यदेव और शनिदेव की कृपा पाई जा सकती है. सूर्यदेव को प्रत्यक्ष देवता माना गया है और सभी नौ ग्रहों का राजा भी सूर्य ही है. हर एक वर्ष में 12 संक्रांति होती हैं और इस तरह सूर्य हर माह अपनी राशि बदलते जाते हैं. एक राशि से दूसरी राशि में जब सूर्य गोचर करते हैं तो इस क्रिया को संक्राति कहा जाता है.
सूर्य जब धनु से मकर राशि में प्रवेश करते है तो इस संक्रांति को मकर संक्रांति कहा जाता है. सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की यात्रा भी मकर संक्रांति के दिन से ही शुरू कर देते हैं. मकर संक्रांति के दिन अगर सूर्य देव की उपासना, दान और पूजा की जाए तो लाभ होता है. साथ ही कुछ उपाय करके भी सूर्य देव और शनिदेव की कृपा पाई जा सकती है. जीवन हमेशा सुख और सौभाग्य से भरा रहता है.
मकर संक्रांति पर करें ये उपाय
सूर्यदेव को पूरे मन से अर्घ्य दें
मकर संक्रांति पर सूर्योदय से पहले गंगास्नान करें. गंगा नदी में स्नान करें या फिर नहाने के पानी में गंगा जल डालकर नहाएं. इसके बाद तांबे के लोटे में गंगाजल या शुद्ध जल लें, उसमें लाल फूल, लाल चन्दन , तिल सामग्री मिला दें और ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ मंत्र का जाप करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य दें. यह उपाय शुभफलदायी साबित होगा और जीवन में हमेशा सुख और समृद्धि बनी रहेगी. शरीर रोग मुक्त रहेगा.
इन वस्तुओं का करें दान
मकर संक्रांति व सूर्यदेव के उत्तरायण होने के एक पावन अवसर पर दान करने का जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. इस दिन अगर ऊनी कपडे, कम्बल, तिल व गुड़ से बनी सामग्रियों का दान करें साथ ही खिचड़ी बनाकर दान स्वरूप जरूरतमंदों को खिलाएं को पूरे परिवार पर सूर्यदेव व शनिदेव की कृपा बरसती है.
तिल-गुड़ का उपाय
सूर्यदेव शनिदेव के पिता हैं और ये पिता-पुत्र की एक ऐसी जोड़ी है जिसकी आपस में नहीं बनती है. धनु राशि से निकलकर सूर्य शनि की राशि मकर में प्रवेश करता है. शनि और सूर्य में शत्रुता का भाव होता है जिससे शनि के घर में सूर्यदेव के प्रवेश से शनि को कोई कष्ट न हो इसके लिए तिल का दान करने साथ ही सेवन करने के बारे मे बताया गया है. शनिदेव इससे प्रसन्न होते हैं. मकर संक्रांति पर तिल और गुड़ से बनाए के व्यंजन का सेवन किया जाना चागिए ताकि भगवान सूर्य और शनिदेव दोनों का जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ें.
खिचड़ी, तेल व कंबल का दान
मकर संक्रांति पर खिचड़ी, तेल का दान करने, कंबल का दान करने के बारे में बताया गया है. ऐसा करना बहुत शुभ व मंगलकारी माना गया है. मकर संक्रांति पर इन सामग्रियों का दान करना जीवन में शुभता व सौभाग्य लाता है.