Bikru Kand: 30 महीने बाद बिकरू कांड में सह आरोपित खुशी दुबे जेल से रिहा हो गईं हैं. उन्होंने कहा कि वो 4 दिन जिंदगी में कभी नहीं भूल सकती. आइए बताते हैं पूरा मामला...
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कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर का बिकरू कांड जहां पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी. कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में हुई 8 पुलिसकर्मियों की हत्या की वारदात से यूपी ही नहीं देश में हड़कंप मच गया था. गिरफ्तारी के लिए बिकरू पहुंची पुलिस टीम पर विकास दुबे और उसके साथियों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था. बिकरू कांड के बाद पुलिस का एक्शन शुरू हुआ, तो गैंगस्टर विकास दुबे सहित 6 अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए. वहीं, इस मामले में 2 दिन की ब्याहता खुशी दुबे सहित 45 लोगों को गिरफ्तार पुलिस ने जेल भेज दिया.
बिकरू कांड के मुख्य मामले में खुशी दुबे को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने को बाद मामले में पहली रिहाई हुई है. हालांकि दो दिन पहले शादी होने के बाद गांव पहुंची खुशी दुबे को मामले में आरोपी बनाने को लेकर बीते दिनो खूब सियासत भी हुई. अब खुशी जेल से बाहर हैं आइए बताते हैं उन्होंने क्या कहा.
आपको बता दें कि कानपुर देहात की माटी जेल से रिहा होने के बाद घर पहुंचे खुशी दुबे घर पहुंची. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि उनका बिकरु कांड से कोई लेना-देना नहीं था. रात में गांव में इस तरह गोलीबारी हुई, जैसे आतिशबाजी हो रही हो. उसने कहा कि उसे सुबह पुलिस वालों के जरिए मालूम हुआ कि गांव में क्या हुआ है. उसने कहा कि सुबह जब पुलिस वाले उसके घर पहुंचे, तब उसने कहा था कि क्या वह अपने मायके चली जाए. इस पर पुलिस कर्मियों ने उसे ससुराल में ही रुकने की हिदायत दी थी. वहीं, बिकरू कांड के दो दिन बाद पुलिस उसे थाने ले गई. उसने बताया कि उसे चार दिनों तक थाने में रखा गया, जिसके बाद उसे कानपुर देहात की माती जेल भेज दिया गया.
वक्त आने पर खुशी दुबे करेंगी खुलासा
खुशी दुबे ने कहा कि वह चार दिन जिंदगी में कभी नहीं भूल सकती. उसके साथ बहुत गलत हुआ लेकिन वह इस बारे में अभी बात नहीं करना चाहती. वक्त आने पर इस बात का खुलासा करेंगी कि 4 दिनों में पुलिस ने उसे कैसे प्रताड़ित किया गया. वहीं, खुशी का कहना है कि विकास दुबे के बारे में वह पहले कुछ नहीं जानती थीं. शादी वाले दिन ही उन्होंने विकास दुबे का नाम सुना. उन्होंने कहा कि वह मेडिकल फील्ड में जाना चाहती थी, लेकिन इस घटना के बाद उसका कैरियर बर्बाद हो गया. हालांकि खुशी का जेल में इलाज न कराने की बात का उन्होंने खंडन किया. उन्होंने कहा कि जेल में उन्हें समुचित इलाज मिला. जेल में उनकी तबीयत बार-बार बिगड़ रही थी.
प्रियंका गांधी सहित अन्य नेताओं का किया शुक्रिया
आपको बता दें कि बिकरू कांड की सह अभियुक्त खुशी दुबे ने सहयोग करने के लिए प्रियंका गांधी सहित अन्य नेताओं और अधिवक्ताओं का शुक्रिया किया है. दरअसल, बिकरू कांड के मुख्य आरोपी कुख्यात विकास दुबे के भतीजे अमर दुबे की 30 जून 2020 को पनकी कानपुर नगर निवासी खुशी के साथ शादी हुई थी. शादी के दो दिन बाद ही बिकरू कांड हुआ था.