कुशीनगर के टीचर ने प्राइमरी को कान्वेंट स्कूल की कतार में ला दिया, शिक्षक दिवस पर पढ़ें शिक्षकों की प्रेरक कहानी
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1856673

कुशीनगर के टीचर ने प्राइमरी को कान्वेंट स्कूल की कतार में ला दिया, शिक्षक दिवस पर पढ़ें शिक्षकों की प्रेरक कहानी

Teachers Day: शिक्षक दिवस के मौके पर 94 शिक्षकों को सीएम योगी ने सम्मानित किया है. इसी तरह 3 शिक्षक राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित किए जा रहे हैं. इन सभी ने अपने प्रयासों से स्कूलों का कायाकल्प कर दिया.

कुशीनगर के टीचर ने प्राइमरी को कान्वेंट स्कूल की कतार में ला दिया, शिक्षक दिवस पर पढ़ें शिक्षकों की प्रेरक कहानी

Teachers Day: शिक्षक दिवस के मौके पर योगी ने राज्य के 94 शिक्षकों सम्मानित किया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है. उनकी भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है. यही वजह है कि समाज में शिक्षकों को सर्वश्रेष्ठ स्थान है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों का एक पक्ष हर क्षेत्र में वर्तमान पीढ़ी के निर्माण और विद्यार्थियों के मार्ग दर्शन कर राष्ट्र निर्माता बनाने का है तो दूसरा पक्ष भी है. ट्रेड यूनियन की तरह जो शिक्षक, शिक्षण कार्य से दूर होकर अधिकारियों के ही चक्कर काटते रहते हैं. उससे भावी पीढ़ी का भविष्य बर्बाद होता है. ट्रेड यूनियन की पद्धति ने काफी नुकसान किया है.

मेरठ के शिक्षक सुधांशु शेखर को सम्मान

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए 50 शिक्षकों की सूची घोषित की गई . इसमें तीन चेहरे उत्तर प्रदेश के भी हैं. मेरठ के सुधांशु शेखर पांडा उनमें से एक हैं. शिक्षक दिवस पर सुधांशु शेखर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित करेंगे.
मेरठ के केएल इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल सुधांशु शेखर पुरस्कार को बेहतर करने की प्रेरणा मानते हैं. उन्होंने कहा कि 29 वर्षों के दौरान लोगों के सहयोग शिक्षकों व विद्यार्थियों का योगदान भी इस पुरस्कार की उपलब्धता में शामिल है. सुधांशु मूल रूप से भुवनेश्वर के रहने वाले हैं. सुधांशु ने अपने शिक्षण कार्य की शुरुआत मेरठ के ऋषभ एकेडमी से की थी. यहां कुछ समय पढ़ने के बाद वह इलेक्ट्रा विद्यापीठ में भी रहे हैं. 

यह भी पढ़ें: Teachers Day: सीएम योगी ने शिक्षकों को दो सौगात, टेबलेट से क्लास बनेगी स्मार्ट

संभल के कपिल मलिक को सम्मान

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सरकारी प्राइमरी स्कूल में प्रधान अध्यापक कपिल मालिक ने स्कूल में बच्चों को शिक्षा के लिए प्राइवेट कॉन्वेंट से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा कर अनूठी मिसाल पेश की है. कपिल मालिक ने अपने निजी प्रयासों से असमोली विकास खंड में अति पिछड़े माने जाने वाले इटायाला माफी गांव के बदहाल सरकारी प्राइमरी स्कूल को उत्तर प्रदेश का नंबर 1 परिषदीय स्कूल बना दिया है.
प्राइवेट स्कूलों को दी मात
यह प्राइमरी स्कूल उत्तर प्रदेश में स्टूडेंट की बायो मेट्रिक अटेंडेंस , वाई फाई सुविधा , सी सी टी वी कैमरों से सुस्जित , स्मार्ट क्लास , क्लास में मैगनेटिक बोर्ड की सुविधाओ वाला उत्तर प्रदेश का पहला स्कूल है. शिक्षक कपिल स्कूल में यह सभी सुविधाए जुटाने के लिए पिछले 8 वर्ष में अपनी सेलरी और निजी फंड से 20 लाख से अधिक की धनराशि स्कूल के काया कल्प पर खर्च कर चुके है. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शिक्षक कपिल मालिक को राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित कर चुके है. स्कूल को उत्कृष्ट विद्यालय और स्वच्छ विद्यालय का अवार्ड भी मिल चुका है.

कुशीनगर के स्कूल बना मॉडल
जिले के रामकोला ब्लाक स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय खोटही जो कभी बदहाल और खस्ताहाल था. आज वह देश भर में रोलमॉडल बन चुका है. यह सबकुछ शिक्षक सूर्यप्रताप के प्रयासों की बदौलत हुआ है. सूर्य प्रताप बताते है कि उनके सामने कई बड़ी चुनौती थी पर उन्होंने पहले दिन से ही विद्यालय के भौतिक परिवेश को सुदृढ़ किया. शैक्षिक समस्याओं में सुधार का निश्चय किया. विद्यालय के भौतिक परिवेश को सुधारा चाहरदीवारी और रसोईघर की व्यवस्था कराई. इसके बाद  नियुक्त शिक्षको ने स्वयं अपने वेतन से हरियाली के लिए पेड़, बच्चों की शिक्षा को बहुउद्देशीय कक्ष, टीएलएम और विद्यालय उपयेाग का सामान खरीदा.

अन्य शिक्षकों की कड़ी मेहनत का ही परिणाम है कि विद्यालय किसी कान्वेंट स्कूल से कम नहीं लगता, महापुरुषों के जन्मदिन पर विद्यालय में छात्रों छात्राओं को जानकारी देने के साथ ही वाद विवाद प्रतियोगिता भी कराई जाती है. हर साल पखवाडे़ का भी आयोजन किया जाता है. प्रतियोगिता पखवाड़े में मेहंदी, रंगोली, कला, सामान्य ज्ञान, पहाड़ा आदि प्रतियोगिताएं आयोजित कर बच्चों को सम्मानित किया जाता है.  विद्यालय की व्यवस्था और बेहतर शिक्षा ने बच्चों की संख्या भी बढ़ा लगभग 500 बच्चों के नामांकन हैं, जिनका पहचान परिचय पत्र से भी होता हैं.यहां रोजाना 80 फीसदी बच्चों की उपस्थिति भी रहती हैं.

Watch: वृषभ, सिंह और मीन राशि वाले रहें सावधान, जानें इस सप्ताह कैसा रहेगा सभी 12 राशि वालों का हाल

Trending news