Mukhtar Ansari: यूपी में लंबे समय से जेल की सलाखों के पीछे निरुद्ध बाहुबली के खिलाफ लगभग तीन दशक पहले हुए इस हत्याकांड में पुलिस ने इस कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. कचहरी चौकी इंचार्ज विनोद मिश्र की तहरीर पर कैंट थाने में आईपीसी की धारा 409 व 120बी के तहत ये मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में वाराणसी के कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया. माना जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में कुछ और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.
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जयपाल/वाराणसी: यूपी की बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. अवधेश राय हत्याकांड मामले में गायब मूल पत्रावली अब उनके गले की फांस बनती जा रही है. केस डायरी गायब कराने के आरोप में मुख्तार अंसारी सहित अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की सुनवाई वाराणसी एमपी एलए कोर्ट में सुनवाई चल रही है. मुख्तार अंसारी के खिलाफ कैंट थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है. 3 अगस्त 1991 में अवधेश राय की हत्या की गई थी.
कैंट थाने में मुकदमा दर्ज
यूपी में लंबे समय से जेल की सलाखों के पीछे निरुद्ध बाहुबली के खिलाफ लगभग तीन दशक पहले हुए इस हत्याकांड में पुलिस ने इस कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. कचहरी चौकी इंचार्ज विनोद मिश्र की तहरीर पर कैंट थाने में आईपीसी की धारा 409 व 120बी के तहत ये मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में वाराणसी के कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया. माना जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में कुछ और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.
फोटोकॉपी के जरिए सुनवाई
दरअसल मामले में मूल केस डायरी की जगह सुनवाई फोटोकॉपी के जरिए हो रही है. इस मामले में दो दिन पहले नया मोड़ आया था और हत्या के मामले के मुख्य आरोपी मुख्तार अंसारी ने सबूतों के मूल कागजात की जगह फोटोकॉपी के आधार पर मुकदमा चलाने पर आपत्ति जताई थी. उसने इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वाराणसी सत्र न्यायालय के आदेश को चुनौती देते हुए मुकदमे पर रोक लगाने की मांग की थी. जिसके बाद उसके खिलाफ ये मामला दर्ज किया गया है
तीन अगस्त 1991 में हुई थी हत्या
दरअसल, तीन अगस्त 1991 को लहुराबीर स्थित आवास के गेट पर ही अवधेश राय की फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी. अजय राय ने मुख्तार अंसारी, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह और राकेश न्यायिक समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
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