व्हाइट ब्रेड को रोजाना खाने से बचें और इसे कभी-कभी और मजबूरी में ही खाएं. हेल्दी लाइफस्टाइल और न्यूट्रिशन से भरी डाइट रूटीन अपनाने से आप कई परेशानियों से बच सकते हैं. याद रखें, आपकी सेह. आपके हाथ में है.
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Health Problems Associated With White Bread: व्हाइट ब्रेड आजकल हमारे नाश्ते और बच्चों के टिफिन का एक आम हिस्सा बन चुका है. यह आसानी से मिलने वाला और जल्दी तैयार होने वाला ऑप्शन है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे रेगुलरली खाने से आपकी और आपके बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है? सफेद ब्रेड का हद से ज्यादा सेवन सेहत से जुड़ी कई परेशानियों को दावत दे सकता है. आइए जानते हैं वो 5 बड़ी परेशानियां जो आपका इंतजार कर रही हैं.
नाश्ते में ब्रेड खाने के नुकसान
1. मोटापा
व्हाइट ब्रेड में रिफाइंड मैदा होता है जिसमें फाइबर की कमी होती है. ये जल्दी पचता है और बॉडी में शुगर का लेवल तेजी से बढ़ाता है. इससे बार-बार भूख लगती है और वजन बढ़ने की आशंका बढ़ जाती है. इस बात से आप जरूर वाकिफ होंगे कि मोटापा कई बीमारियों की जड़ है.
2. ब्लड शुगर में इम्बैलेंस
व्हाइट ब्रेड में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) ज्यादा होता है, जो शरीर में ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा देता है. ये डायबिटीज के खतरे में इजाफा कर सकता है, खासकर उन लोगों में जिनके परिवार में यह बीमारी पहले से है.
3. इनडाइजेशन
व्हाइट ब्रेड में फाइबर की कमी होती है, जिससे पाचन तंत्र कमजोर हो सकता है. इसके नियमित सेवन से कब्ज, एसिडिटी और पेट में गैस जैसी समस्याएं हो सकती हैं. कुल मिलाकर ये पेट के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है
4. पोषक तत्वों की कमी
व्हाइट ब्रेड में बहुत कम मात्रा में विटामिन, मिनरल्स और फाइबर होते हैं. ये सिर्फ कैलोरीज़ बढ़ा सकता है, जो शरीर को ऊर्जा तो देता है लेकिन पोषण की कमी का कारण बनता है, जिससे कई तरह की डेफिशिएंसी डिजीज हो सकती है.
5. हार्ट डिजीज
जो लोग रोजाना व्हाइट ब्रेड खाते हैं, उनकी नसों में बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ सकता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. यही वजह है कि भारत में हार्ट की मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है.
क्या करें?
आप बाजार में मिलने वाले व्हाइट ब्रेड की जगह घर में ही बेक किए हुए होल ग्रेन ब्रेड, मल्टीग्रेन ब्रेड, या रोटी जैसे हेल्दी ऑप्शंस को अपनाएं. होममेड चीजों में फाइबर और पोषक तत्व अधिक होते हैं, जो आपको और आपके बच्चों को हेल्दी रखने में मदद करेंगे, साथ ही हाइजीन भी मेटेन हो पाएगा.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.