हम सभी को फल खाना पसंद है. लेकिन क्या आपने सोचा है कि अगर आप लगातार 72 घंटों तक सिर्फ फल खाएं तो आपकी बॉडी पर क्या असर होगा? आइये जानते हैं.
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जब हम फैट कम करना चाहते हैं तो हम सभी को कभी-कभी डिटॉक्स का रास्ता अपनाना अच्छा लगता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आपने 72 घंटे तक लगातार सिर्फ फलों का सेवन किया तो आपके शरीर पर क्या असर होगा. इंस्टाग्राम पर meditationbynature हैंडल पर बताया गया है कि तीन दिनों तक सिर्फ फल खाने से हमारी बॉडी का क्या हाल होगा. आइये जानते हैं. यह भी पढ़ें : आंखों की रौशनी बढ़ाने के लिए ये 6 चीजें खाएं, उतर जाएगा आंखों पर लगा मोटा चश्मा
12 घंटे के बाद ही आपको पाचन में सुधार महसूस होगा:
आपका शरीर फलों में मौजूद पोषक तत्वों को पचाना और अवशोषित करना शुरू कर देगा, डायटरी फाइबर सूजन को कम करते हैं और पेट दर्द को कम करते हैं.
24 घंटे के बाद, आप खराब वसा को जलाना शुरू कर देंगे
आपका शरीर पोषण संबंधी कीटोसिस की स्थिति में एंट्री करेगा, जिसका मतलब ये है कि यह एनर्जी के लिए शरीर में जमा फैट को यूज करना शुरू कर देगा. यह भी पढ़ें : हरा पीला छोड़िए, लाल केला खाइये; होंगे 4 गजब के फायदे
पॉजिटिव और नेगेटिव, दोनों असर :
72 घंटे सिर्फ फल खाने का असर ये होगा कि फलों में मौजूद विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर आपके पाचन को बेहतर करेंगे और एनर्जी लेवल भी बढ़ाएंगे. इससे आपकी इम्युनिटी में भी सुधार होगा. बॉडी हाइड्रेट रहेगी. लेकिन पोषण के लिए सिर्फ फलोंं पर निर्भर रहना, कई हेल्थ चैलेंज की वजह बन सकता है. सिर्फ फलों वाला डायट लेने से शरीर में प्रोटीन, फैट और कई विटामिन और मिनरल्स की कमी हो सकती है. एक्सपर्ट की मानें तो मांसपेशियों के लिए प्रोटीन जरूरी है. वहीं शरीर के कई काम के लिए फैट्स की भी जरूरत होती है, जैसे कि हार्मोन प्रोडक्शन और बहुत कुछ. लंबे समय तक इन न्यूट्रिएंट्स से दूर रहने वाले व्यक्ति की मांसपेशियों में कमजोरी आ सकती है, वो हमेशा थका हुआ महसूस कर सकता है और उसमें पोषक तत्वों की कमी हो सकती है.
फलों में नेचुरल शुगर होता है, जिसकी वजह से ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ सकता है. आइये जानते हैं कि 72 घंटे तक सिर्फ फलों पर आपकी निर्भरता आपके शरीर को कैसे नुकसान पहुंचा सकती है. यह भी पढ़ें : Dengue: इन 8 चीजों को खाने से फटाफट बढ़ता है प्लेटलेट काउंट
वजन घटने की बजाय बढ़ सकता है
हालांकि शुरुआत में कुछ लोगों को वजन में कमी महसूस हो सकती है, लेकिन फलों में मौजूद नेचुरल शुगर वजन बढ़ाने का काम करने लगता है. खासतौर से तब, जब आप इसे ज्यादा मात्रा में खाते हैं तो इससे वजन घटने की बजाय बढ़ने लगता है.
डायबिटीज का खतरा
जिन लोगों को डायबिटीज है या प्रीडायबिटीज है, उन्हें फलों पर पर निर्भरता सोच समझकर बढ़ानी चाहिए. क्योंकि फलों में हाई नेचुरल शुगर होता है जो खून में ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकता है. इससे किडनी की बीमारी का खतरा हो सकता है.
दांत खराब हो सकते हैं
फलों की मिठास दांतों को खराब कर सकती है. इसके अलावा आपको एसिडिटी हो सकती है. कुछ फलों, जैसे कि संतरे की वजह से दांतों को नुकसान हो सकता है.
न्यूट्रिशन की कमी
सिर्फ फलों को खाने से कुछ जरूरी पोषक तत्वों जैसे कि विटामिन B12, कैल्शियम, विटामिन D, आयोडीन और ओमेगा -3 फैटी एसिड की कमी हो सकती है. इसकी वजह से अनीमिया, थकान, खराब इम्युनिटी आदि हो सकती है. यह भी पढ़ें : Vitamin B12 की कमी खतरनाक हो सकती है?