झाड़ू से तवा साफ करके उसपर गर्मा-गरम डोसा बनाने लगा शेफ, Video देख लोग बोले- हार्ट अटैक वाला
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झाड़ू से तवा साफ करके उसपर गर्मा-गरम डोसा बनाने लगा शेफ, Video देख लोग बोले- हार्ट अटैक वाला

Masala Dosa: अब अलग तरह का डोसा बनाने की प्रक्रिया का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दर्शकों की मिलीजुली प्रतिक्रिया आई है. क्लिप में, एक व्यक्ति को रेस्टोरेंट के खुले किचन में एक बड़े तवे पर डोसा बनाते हुए देखा जा सकता है. 

झाड़ू से तवा साफ करके उसपर गर्मा-गरम डोसा बनाने लगा शेफ, Video देख लोग बोले- हार्ट अटैक वाला

Dosa Dish: साउथ इंडियन डिश डोसा देश के सबसे पसंदीदा व्यंजनों में से एक है. इंटरनेट पर लोगों द्वारा इस मशहूर डिश के साथ एक्सपेरिमेंट किए जाने वाले वीडियो की काफी आलोचना होती है. अब अलग तरह का डोसा बनाने की प्रक्रिया का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दर्शकों की मिलीजुली प्रतिक्रिया आई है. क्लिप में, एक व्यक्ति को रेस्टोरेंट के खुले किचन में एक बड़े तवे पर डोसा बनाते हुए देखा जा सकता है. जैसा कि आप यह भी देख सकते हैं कि सामने कई सारे कस्टमर्स खाने का इंतजार कर रहे हैं. डोसा तैयार करने वाला शेफ गर्म तवे पर पानी का छिड़काव करके और उसे साफ करने के लिए झाड़ू का यूज करता है. 

डोसा तैयार करने के लिए झाड़ू का यूज

आपकी जानकारी के बता दें कि साउथ इंडिया में कई दुकानों पर नारियल के झाड़ू का यूज किया जाता है. हालांकि,  वीडियो ने इंटरनेट के एक बड़े हिस्से को नाराज कर दिया है. शेफ एक साथ 12 डोसा तैयार करने के लिए एक बड़े तवे का यूज करके बैटर को फैलाता है. वह डोसा में घी बहुत ज्यादा डाल देता है. वह शेफ कुछ फिलिंग और लाल पाउडर के साथ डिश को तैयार करता है. नेटिजन को जिस चीज से सबसे ज्यादा गुस्सा आया है वह है तवा तैयार करने का अनोखा तरीका. लोगों ने बताया कि तवे को साफ करने के लिए झाड़ू का यूज करना स्वच्छता मानकों से समझौता कर सकता है और खाद्य सुरक्षा के बारे में चिंताएं पैदा कर सकता है.

देखें वीडियो-

वीडियो पर कई सारे लोगों ने दिए रिएक्शन

कुछ लोगों ने वीडियो पर कमेंट करते हुए कहा, "यह तो बिल्कुल अनहेल्दी है." एक अन्य ने लिखा, "मुझे यकीन नहीं है कि मैं कभी भी इस तरह से बने डोसा को खाने में सहज महसूस करूंगा." हालांकि, कुछ लोगों ने वीडियो का बचाव करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक पारंपरिक तरीका है और यह कि इससे खाद्य सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होता है. एक व्यक्ति ने लिखा, "यह तरीका पारंपरिक रूप से सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है. यह पूरी तरह से स्वच्छ है और इससे खाद्य सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होता है." अब यह देखा जाना बाकी है कि क्या रेस्टोरेंट इस प्रक्रिया को बदलने का फैसला करेगा या नहीं.

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