मेरी सासू मां जल्दी मर जाए... मंदिर के पुजारी को मिला 20 रुपये का नोट, मांगी थी ये दुआ!
Advertisement
trendingNow12604064

मेरी सासू मां जल्दी मर जाए... मंदिर के पुजारी को मिला 20 रुपये का नोट, मांगी थी ये दुआ!

Bizarre News: शॉकिंग यह था कि यह नोट मंदिर के दान पेटी में मिली थी. इस पर लिखा था, "मेरी सास जल्द मर जाए" यह आश्चर्यजनक और चौंकाने वाली बात थी, जिससे इंटरनेट पर हंगामा मच गया.

 

मेरी सासू मां जल्दी मर जाए... मंदिर के पुजारी को मिला 20 रुपये का नोट, मांगी थी ये दुआ!

Bhagyavanti Devi Temple: हाल ही में सोशल मीडिया पर एक 20 रुपये की नोट की तस्वीर ने सबका ध्यान आकर्षित किया. इस तस्वीर में जो लिखा था, वह हैरान कर देने वाला था. शॉकिंग यह था कि यह नोट मंदिर के दान पेटी में मिली थी. इस पर लिखा था, "मेरी सास जल्द मर जाए" यह आश्चर्यजनक और चौंकाने वाली बात थी, जिससे इंटरनेट पर हंगामा मच गया.

यह घटना कर्नाटका राज्य के कलबुर्गी जिले के अफजलगढ़ तालुका के कटादर्गी क्षेत्र स्थित भाग्यवती देवी मंदिर में हुई. मंदिर में प्रतिवर्ष होने वाली दान पेटी की गिनती के दौरान 20 रुपये की एक नोट ने सबका ध्यान खींच लिया. इस नोट पर लिखा था, "मेरी सास जल्द मरे."

 

20 रुपये के नोट पर लिखी ऐसी बात

आम तौर पर जब मंदिर के दान पेटी खोले जाते हैं तो लोग वहां पैसे और कीमती सामान डालते हैं, लेकिन इस बार 20 रुपये की नोट पर लिखा हुआ संदेश सबको हैरान कर गया. यह नोट मंदिर के कर्मचारियों द्वारा देखी गई और थोड़ी देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. लोगों ने इस पर जमकर प्रतिक्रिया दी. मंदिर के अधिकारी बताते हैं कि वे हर साल दान पेटी की गिनती करते हैं और इस साल करीब 60 लाख रुपये नकद और 1 किलो चांदी के सामान की जमा राशि मिली है.

इसके अलावा, कुछ श्रद्धालु अपनी इच्छाएं भी लिखकर दान पेटी में डालते हैं. इसी तरह एक श्रद्धालु ने अपनी इच्छा लिखकर इस नोट को दान पेटी में डाला था, जिसे बाद में मंदिर कर्मचारियों ने पाया.

 

घटना ने सबको कर दिया हैरान

इस घटना ने सबको चौंका दिया, क्योंकि ऐसी विचित्र और नफरत से भरी हुई दुआ कभी देखने को नहीं मिली थी. सोशल मीडिया पर इस नोट की तस्वीर वायरल होने के बाद कई लोग इसके बारे में अलग-अलग राय दे रहे हैं. कुछ लोग इसे एक गंभीर मानसिक स्थिति का परिणाम मानते हैं, जबकि कुछ ने इसे मजाकिया तरीके से लिया. यह घटना यह भी बताती है कि मंदिरों में दान केवल धार्मिक उद्देश्य से नहीं किया जाता, बल्कि कई बार व्यक्तिगत इच्छाओं और भावनाओं को व्यक्त करने का भी माध्यम बन जाता है. अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि नोट किस व्यक्ति द्वारा डाला गया था और उसकी मंशा क्या थी.

Trending news