Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान के लोग पिछले छह दिनों से देश भर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, बिजली बिलों में आग लगा रहे हैं और सरकार से टैरिफ वृद्धि को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
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Pakistan News: पाकिस्तान की कार्यवाहक वित्त मंत्री शमशाद अख्तर ने बुधवार को बिजली के बढ़े बिलों में राहत देने से इनकार दिया. डॉन के मुताबिक उन्होंने कहा कि देश की राजकोषीय स्थिति किसी भी सब्सिडी या राहत की अनुमति नहीं देती है. बता दें गुस्साए नागरिक पिछले छह दिनों से देश भर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, बिजली बिलों में आग लगा रहे हैं और सरकार से टैरिफ वृद्धि को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
बिजली बिलों में राहत के वास्ते कुछ कार्यक्रमों में छूट के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत के बाद उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, ‘कृपया उम्मीदों को संभालें.’ बता दें बिजली के बढ़े हुए बिलों को लेकर जनता में नाराजगी के बीच अंतरिम प्रधानमंत्री अनवार उल हक काकड़ ने रविवार को एक आपात बैठक बुलाई, जिसमें अधिकारियों को बिल कम करने के लिए अगले 48 घंटे में ठोस कदम उठाने के निर्देश दिय गए.
कार्यवाहक वित्त मंत्री ने कहा, ‘ये ऐसी चीजें हैं जिन्हें हमारे आने से बहुत पहले मंजूरी दे दी गई थी और इन चीजों की जांच करने के लिए हमें वास्तव में विचार करने की जरूरत है… ये दशकों से मौजूद हैं. हम दशकों पुरानी नीतियों को कैसे बदल सकते हैं.’
आईएमएफ के साथ हुई कर्मचारी स्तर की वार्ता
वित्त और राजस्व पर सीनेट की स्थायी समिति के समक्ष पेश होने पर अख्तर ने कहा कि आईएमएफ के साथ कर्मचारी स्तर की चर्चा हुई थी और उन्होंने आईएमएफ को आश्वासन दिया कि पिछली सरकार द्वारा हस्ताक्षरित समझौतों की आवश्यकताओं को पूरा करना कार्यवाहकों की जिम्मेदारी है.
सीनेट समिति ने मांग की कि बिजली चोरी को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं, मुफ्त बिजली समाप्त की जाए और छह महीने से अधिक पुरानी ईंधन लागत को खत्म किया जाए.
डॉन के अनुसार, शमशाद ने कहा कि मुफ्त बिजली का विशेषाधिकार दशकों पुरानी नीति थी जिसे तुरंत वापस नहीं लिया जा सकता क्योंकि इससे कानूनी चुनौतियां पैदा हो सकती हैं.
पाकिस्तान के व्यापारी भी हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल
इस बीच, एआरवाई न्यूज के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कड़े प्रतिबंधों के बीच, पूरे पाकिस्तान के व्यापारी गुरुवार को बिजली दरों में उल्लेखनीय वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों में शामिल हुए.
पहले से ही बेलगाम महंगाई की मार झेल रही जनता गुस्से में है. सरकार को बिलों की लागत कम करने के लिए मनाने के प्रयास में, रहीम यार खान, सुक्कुर, बहावलपुर, क्वेटा, वेहारी और पेशावर सहित कई शहरों में कई व्यापार संघ बंद हड़ताल में भाग ले रहे हैं.
(इनपुट – न्यूज एजेंसी- ANI)