AI Vs Human Jobs: प्राइवेट जॉब वालों को वर्क लोड के अलावा सबसे ज्यादा टेंशन होती है अपनी नौकरी बचाने की. ज्यादातर लोग इसलिए ही परेशान रहते हैं. जॉब मार्केट को पहले कोविड 19 की मार झेलनी पड़ी और अब तेजी से घुसपैठ करते आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का खतरा. हर दिन अपडेट होती टेक्नोलॉजी के कारण अब ज्यादातर लोग एआई पर निर्भर रहने लगे हैं. यह नौकरी छीनने में सबसे आगे है.
हालांकि, कुछ सेक्टर अब भी एआई से अनझुए हैं, जहां फिलहाल इसकी पहुंच उतनी नहीं है. अगर आप काम करने से ज्यादा जॉब बचाने की जद्दोजहद में नहीं पड़ना चाहते तो उन सेक्टर्स में करियर बनाएं, जहां अगले कुछ साल तो एआई की छाया नहीं पड़े. यहां जानिए 10 ऐसी स्किल बेस्ड जॉब्स के बारे में, जिन्हें एआई रिप्लेस नहीं कर सकता है.
थेरपी दो तरह की होती है फिजिकल और मेंटल. थेरपिस्ट और काउंसलर को अपने पेशेंट से इमोशनल बॉन्डिंग बनानी पड़ती है, जो एआई के लिए फिलहाल तो पॉसिबल नहीं है. ऐसे में आने वाले कुछ सालों में ये जॉब तो सेफ है.
हर किसी में कोई न कोई प्रतिभा जरूर होती है. किसी को लिखने में दिलचस्पी होती है, कोई डांस में निपुण होता है, तो किसी में संगीत के लिए दीवानगी देखने को मिलती है. इसके अलावा कुकिंग और पेंटिंग में माहिर होता है. अगर आपके अंदर भी इनमें से कोई हुनर है तो आर्टिस्ट के तौर पर एआई के बीच भी सेफ हो सकते हैं.
कोई भी स्ट्रैटेजी बनाने में एआई हेल्प तो कर सकता है, लेकिन किसी चीज का एनालिसिस तैयार करने के लिए ह्यूमन स्किल्स जरूरी है. दूरदर्शिता के लिए एआई का सहारा अभी नहीं लिया जा सकता है. ऐसे में किसी भी सेक्टर में ऐनालिस्ट के तौर पर करियर बनाने की सोच सकते हैं.
रिसर्च करने के लिए क्रिटिकल थिंकिंग होना जरूरी है. साइंटिस्ट मौजूदा जानकारी के आधार पर उसमें कुछ नया तलाशने में लगे करते हैं. इतना दिमाग एआई तो नहीं लगा सकता. ऐसे में इस फील्ड की जॉब पर एआई की छाया अभी नहीं पड़ सकती.
लॉ सेक्टर में अभी एआई की कोई जरूरत नहीं है. वकीलों को किसी केस से जुड़े फैक्ट्स कोर्ट में जमा करने के साथ ही अपने क्लाइंट का ट्रस्ट भी हासिल करना पड़ता है. ऐसे ही जज का काम भी सभी पक्षों को सुनकर सही फैसला सुनाना होता है.
कस्टमर सर्विस के सेक्टर में एआई की एंट्री तो हो गई है, लेकिन एआई को पूरी तरह से जिम्मेदारी नहीं दी जा सकती. ऐसे में यह सेक्टर भी फिलहाल सेफ जोन में है.
एआई डॉक्टर को असिस्ट कर सकता है, लेकिन पेशेंट का पूरी तरह से ट्र्रीटमेंट नहीं कर सकता. मरीजों से पर्सनल रिलेशन बनाने और उनकी स्थिति का सही आकलन केवल डॉक्टर्स ही कर सकते हैं. वहीं, मेडिकल असिस्टेंट मरीजों को पर्सनल देखभाल करते हैं, जो एआई के बस की बात नहीं है.
क्या आप स्पोर्ट में प्रोफेशनल एथलीट्स की जगह पर एआई को खेलते देखना पसंद करेंगे? अगर नहीं तो यह सेक्टर सेफ है. आप क्रिकेट, बास्केटबॉल, हॉकी, फुटबॉल, आर्चरी, बेसबॉल, थ्रोबॉल, जैवलिन थ्रो और बॉक्सिंग जैसे खेलों में करियर बना सकते है.
पत्रकार का काम होता है लोगों तक लेटेस्ट न्यूज, अपडेट्स पहुंचाना है. ये समाज, सरकार और अन्य महत्वपू्ण विभागों के बीच की सबसे जरूरी कड़ी है. ऐसे में कुछ सालों तक एआई के पास जर्नलिस्ट का रिप्लेसमेंट नहीं है.
शिक्षा के क्षेत्र में कई बदलाव हो गए हैं. अब ऑनलाइन एजुकेशन का ट्रेंड भी जोरो पर है, लेकिन फिलहाल आई इस सेक्टर में रियल इंटेलिजेंस को पछाड़ नहीं सकती. ऐसे में इस सेक्टर में करियर बनाने वाले और जॉब कर रहे लोग सेफ हैं.
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