फोन और कंप्यूटर से निकलने वाली नीली रोशनी हमारी आंखों के लिए बहुत हानिकारक है. यह रोशनी हमारी आंखों को नुकसान पहुंचाती है और इससे हमारी आंखें थक जाती हैं, सूख जाती हैं और कई बार हमें देखने में भी दिक्कत होने लगती है. इसलिए रात को सोने से पहले फोन बिल्कुल न चलाएं.
अंधेरे में फोन देखने से हमारी आंखें कमजोर हो सकती हैं. इससे हमें सिरदर्द भी हो सकता है और हमारी आंखें जलने लगती हैं. अगर हम रात में अंधेरे में फोन देखते रहे तो हमारी आंखों की रोशनी भी कम हो सकती है. इसलिए हमें रात में अंधेरे में फोन देखने की आदत छोड़ देनी चाहिए.
फोन की नीली रोशनी हमारी नींद को खराब करती है. ये रोशनी हमारे शरीर में एक खास तरह का हार्मोन बनने से रोकती है जो हमें नींद लाने में मदद करता है. इससे हमें रात को नींद नहीं आती और हम थके-थके रहते हैं.
अगर हम बहुत देर तक फोन देखते रहें, तो हमारी आंखों को बहुत दबाव पड़ता है. इसे डिजिटल आंखों का थकान कहते हैं. जब ऐसा होता है तो हमें धुंधला दिखाई देता है, आंखों में पानी आता है और सिर भी दर्द करता है.
रात को सोने से पहले फोन बिल्कुल न चलाएं. अगर आपको जरूरी हो तो फोन की रोशनी को कम कर लें. आप फोन में एक ऐसी सेटिंग लगा सकते हैं जो नीली रोशनी को कम कर दे. इसके अलावा, हर बीस मिनट में कुछ देर के लिए दूर की चीजों को देखें. और सबसे जरूरी बात, सोने से कम से कम एक घंटे पहले फोन बंद कर दें. अपनी आंखों की देखभाल के लिए डॉक्टर के पास जाएं.
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