Mahashivratri 2025: कहते हैं कि भगवान शिव अपने भक्तों की भक्ति से प्रसन्न होकर मनचाहा वरदान दे देते हैं, इसलिए उन्हें भोलेनाथ कहा जाता है. फाल्गुन मास भगवान शिव की उपासना के लिए बेहद शुभ माना गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस महीने में पड़ने वाली महाशिवरात्रि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए बेहद खास मानी गई है. वैसे तो महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर कई चीजें अर्पित करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर कौन-कौन सी 5 चीजें चढ़ाने से बचना चाहिए. आइए जानते हैं.
महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर गलती से भी तुलसी का पत्ता नहीं चढ़ाना चाहिए. मान्यता है कि तुलसी के पति जालंधर का वध शिवजी ने ही किया था और मां तुलसी माता लक्ष्मी का ही रूप हैं. इसलिए शिवलिंग पर तुलसी अर्पित करने से बचना चाहिए.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर नारियल या नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए. नारियल को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है. ऐसे में नारियल शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए.
वैसे तो भगवान शिव की पूजा में अक्षत का विशेष महत्व है लेकिन महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर टूटे हुए चालव यानी अक्षत नहीं चढ़ाने चाहिए. मान्यता है कि खंडित अक्षत किसी भी देवी-देवता को नहीं चढ़ाना चाहिए.
शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को कुमकुम और रोली नहीं अर्पित करना चाहिए. इस संबंध में मान्यता है कि पृथ्वी पर शिवजी योग मुद्रा में रहते हैं और कुमकुम या रोली श्रृंगार के काम आते हैं. इससलिए शिवलिंग पर कभी भी कुमकुम नहीं चढ़ाना चाहिए.
शुभ या मांगलिक कार्यों में हल्दी का इस्तेमाल करना शुभ माना गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह पवित्रता का प्रतीक माना गया है. लेकिन महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाने से बचना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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