Moon heritage: क्या चांद पर कोई बड़ा खतरा आने वाला है? ये सवाल खड़ा हुआ है. इस सवाल के खड़े होते ही पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है. इसकी चर्चा इसलिए आई है क्योंकि चांद को खतरे में विरासत स्थलों की सूची में जोड़ा गया है. ऐसे क्यों किया गया है इसे भी समझ लेना जरूरी है.
अंतरिक्ष में बढ़ती गतिविधियों के कारण चांद को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई गई है. वर्ल्ड मॉन्यूमेंट्स फंड (WMF) ने इस साल अपने सांस्कृतिक धरोहरों की सूची में चांद को भी शामिल किया है.
विशेषज्ञों का कहना है कि चांद की सतह पर फैले महत्वपूर्ण स्थलों को नुकसान पहुंच सकता है. इसमें ट्रैंक्विलिटी बेस, जहां नील आर्मस्ट्रांग ने पहली बार कदम रखा था, सबसे ज्यादा जोखिम में है.
अंतरिक्ष पर्यटन और सरकारी मिशनों की बढ़ती संख्या से चांद पर मानवता से जुड़े विरासत स्थलों को नुकसान हो सकता है. विशेषज्ञ इसे संरक्षित करने के लिए जागरूकता बढ़ाने की बात कर रहे हैं.
चांद पर छोड़े गए ऐतिहासिक वस्त्र, जैसे कैमरा और यादगार डिस्क, इंसान की धरोहर का हिस्सा हैं. इसे संरक्षित करना आवश्यक है, ताकि इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए बचाया जा सके.
इसी दिन फ्लोरिडा से एक स्पेसएक्स रॉकेट ने निजी चंद्र लैंडर्स लॉन्च किए. इसके अलावा, नासा का आर्टेमिस मिशन भी दशक के अंत तक चांद पर मानव भेजने की योजना बना रहा है.
चांद के अलावा इस सूची में जलवायु परिवर्तन, पर्यटन और प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित अन्य स्थान भी शामिल हैं. यूक्रेन और गाजा जैसे संघर्ष क्षेत्रों को भी सूची में जगह मिली है.
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