Lakshmi Bandhan se Mukti Kaise Paayein: यदि कठोर मेहनत के बावजूद आपके हाथ में पैसा नहीं टिक पा रहा तो यह लक्ष्मी बंधन का संकेत हो सकता है. यह बंधन 4 प्रकार का होता है. कहते हैं कि यदि वक्त रहते तुरंत ज्योतिष उपाय नहीं किए जाते तो धन का स्रोत हमेशा के लिए सूख भी सकता है.
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How to please Maa Lakshmi: अगर आप खूब मेहनत करते हैं, इसके बावजूद आपके हाथ में पैसा नहीं टिकता है. आपके घर में बीमारियों ने स्थाई बसेरा बना लिया है और परिवार में कोई न कोई अक्सर बीमार होता रहता है तो लक्ष्मी बंधन का संकेत हो सकता है. ऐसी स्थिति में आपको तुरंत ज्योतिष उपाय करके इस स्थिति से निजात पा लेनी चाहिए वरना आपके धन स्रोत धीरे-धीरे सूखते चले जाएंगे और आप भारी कर्जों के नीचे दब जाएंगे. आज इस लेख में हम आपको लक्ष्मी बंधन की वजह और उसके उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं.
कैसे हो जाता है लक्ष्मी बंधन?
किसी शत्रु की ओर से
ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक, लक्ष्मी बंधन तीन प्रकार का होता है. इसमें पहला बंधन, किसी विरोधी या प्रतिद्वंदी की ओर से करवाया जाता है. किसी तांत्रिक से संपर्क कर अक्सर ऐसे कार्य को अंजाम दिया जाता है. इसके परिणामस्वरूप आप या आपकी पत्नी चाहे जितना भी धन कमा रही हों, वह घर में टिकता नहीं है और इधर-उधर के कार्यों में खर्च हो जाता है.
अपनी ही नजर लग जाना
कई बार इंसान की अपनी खुद की नजर भी लग जाती है. परिवार के लोग कई बार जाने-अनजाने सोच लेते हैं कि इस बार आमदनी बहुत अच्छी हो गई है. इससे पत्नी-बच्चे सब बहुत खुश हो जाते हैं. उनकी यह उम्मीद से ज्यादा खुशी भी कई बार नजर लगने की वजह बन जाती है. जिसकी वजह से अगले महीने ही आमदनी में एकदम गिरावट आ जाती है.
किसी अन्य की नजर लग जाना
कई बार आप अच्छे कपड़े, गाड़ी या अन्य चीजें लेकर सफर करते हैं. आपकी यह अच्छी कमाई देखकर परिवार-रिश्तेदार, पड़ोसी, मित्र भी अक्सर ईर्ष्या कर बैठते हैं. उनकी यह ईर्ष्या नजर के रूप में आपको लग जाती है. इसके चलते आप या तो बीमार हो सकते हैं या फिर गैर-जरूरी कार्यों में आपका धन खर्च होने लग जाता है. जिससे आपकी बचत शून्य हो जाती है.
कुंडली में ही दरिद्र योग
धार्मिक विद्वानों के अनुसार, कई बार कुंडली में दरिद्र योग होता है. यह योग व्यक्ति को जल्दी से उभरने नहीं देता है. वह चाहे जितनी भी मेहनत कर ले लेकिन उसकी आमदनी में खास बढ़ोतरी नहीं हो पाती. नौकरी में भी उसके सहकर्मी प्रमोशन पाकर आगे बढ़ते जाते हैं लेकिन वह उसी पुराने पद पर अटका रह जाता है. इसका असर उसे मिलने वाले वेतन और भत्तों पर भी पड़ता है.
लक्ष्मी को बंधन से मुक्त करने के लिए क्या करें?
मां लक्ष्मी को बंधन से मुक्त करने के लिए लगातार 5 शनिवार तक सूर्यास्त के बाद शमी के पौधे के नीचे काली बत्ती का दीपक जलाएं. उस दीये में सरसो के बजाय तिल का तेल डालें. दीया जलाते समय आपका और दीये का मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए. उस दीये को जलाने के बाद हाथ जोड़कर मां लक्ष्मी की आराधना करें और उनसे सुख-समृद्धि का वरदान मांगें. साथ ही लगातार 5 शुक्रवार को व्रत रखना भी न भूलें. कहते हैं कि इन दोनों उपाय से दरिद्र योग का नाश हो जाता है और बड़ी से बड़ी नजर भी उतर जाती है. जिससे मनुष्य की तरक्की के मार्ग अपने आप खुलते चले जाते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)