14, 505 गेंद... वानखेड़े स्टेडियम में बना सबसे बड़ा रिकॉर्ड, 'गिनीज वर्ल्ड' में भी हो गया दर्ज
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14, 505 गेंद... वानखेड़े स्टेडियम में बना सबसे बड़ा रिकॉर्ड, 'गिनीज वर्ल्ड' में भी हो गया दर्ज

Unique Cricket Record: 23 जनवरी को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एक अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड बना. यह रिकॉर्ड गिनीज 'वर्ल्ड बुक' में दर्ज हो चुका है. बृहस्पतिवार को वानखेड़े स्टेडियम के 50 साल पूरे होने पर भव्य समारोह आयोजित किया गया. जिसमें यह वर्ल्ड रिकॉर्ड बना. 

 

Wankhede

Unique Cricket Record: 23 जनवरी को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एक अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड बना. यह रिकॉर्ड गिनीज 'वर्ल्ड बुक' में दर्ज हो चुका है. बृहस्पतिवार को वानखेड़े स्टेडियम के 50 साल पूरे होने पर भव्य समारोह आयोजित किया गया. जिसमें यह वर्ल्ड रिकॉर्ड बना. स्टेडियम में 14,505 लाल और सफेद गेंदों का इस्तेमाल करके क्रिकेट बॉल से सबसे बड़ा वाक्य बनाने का ‘गिनीज वर्ल्ड’ रिकॉर्ड हासिल किया.

50 साल हुए पूरे

भारत के प्रतिष्ठित क्रिकेट स्थलों में से एक वानखेड़े स्टेडियम के 50 साल पूरे होने के मौके पर एमसीए के भव्य समारोह हुआ. इस दौरान उपलब्धि हासिल की गई जिसमें क्रिकेट बॉल से सबसे बड़ा वाक्य ‘फिफ्टी इयर्स ऑफ वानखेड़े स्टेडियम’ बनाकर ‘गिनीज वर्ल्ड’ रिकॉर्ड हासिल किया गया. यह स्टेडियम भारतीय क्रिकेट के कुछ सुपरस्टार तैयार करने का स्थल भी रहा है.

वानखेड़े में सबसे यादगार लम्हा

टीम इंडिया ने साल 2011 में इसी मैदान पर वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीता था. उस दौरान टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी थे. एमसीए के अध्यक्ष अजिंक्य नाइक ने कहा, 'हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मुंबई क्रिकेट संघ ने वानखेड़े स्टेडियम में 14,505 लाल और सफेद क्रिकेट गेंदों का उपयोग करके क्रिकेट बॉल से सबसे बड़ा वाक्य ‘फिफ्टी इयर्स ऑफ वानखेड़े स्टेडियम’ बनाकर ‘गिनीज वर्ल्ड’ रिकॉर्ड हासिल किया है.'

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गिफ्ट में बंटेगी गेंदे

उन्होंने आगे कहा, 'वानखेड़े में पहले टेस्ट मैच की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में यह अविश्वसनीय उपलब्धि स्वर्गीय एकनाथ सोलकर और मुंबई के अन्य पूर्व खिलाड़ियों की स्मृति को समर्पित है जिन्होंने मुंबई क्रिकेट की सेवा की है और जो अब हमारे बीच नहीं हैं.'

एमसीए ने एक बयान में कहा, 'एमसीए इस रिकॉर्ड को हासिल करने के लिए इस्तेमाल की गई गेंदों को शहर के स्कूलों, क्लबों और गैर सरकारी संगठनों के उभरते हुए क्रिकेटरों को देगा. इससे उन्हें इस रिकॉर्ड से प्रेरणा लेने और अपने करियर में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.'

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