भारतीय बैडमिंटन स्टार सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी के घर की खुशी तब मातम में बदल गई, जब आज सुबह उनके पिता का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. बता दें कि सात्विकसाईराज को आज ही प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार मिलना था, जिस समारोह में उनके पिता भी जाने वाले थे.
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भारतीय बैडमिंटन स्टार सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी के घर की खुशी तब मातम में बदल गई, जब आज सुबह उनके पिता का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. बता दें कि सात्विकसाईराज को आज ही प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार मिलना था, जिस समारोह में उनके पिता भी जाने वाले थे. सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी के पिता आर कासी विश्वनाथम 65 साल के थे. यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना उस समय हुई जब विश्वनाथम कार से अमलापुरम से राजमुंदरी एयरपोर्ट जा रहे थे. उस समय उनके साथ उनकी पत्नी रंगमणि और एक पारिवारिक मित्र भी थे.
खबर सुनते ही घर लौटे सात्विक
सात्विक इस समय 43वें पीएसपीबी अंतर इकाई बैडमिंटन टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं. उन्हें गुरुवार को प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार मिलना था. उनके पिता को भी इस समारोह में भाग लेना था, लेकिन इससे पहले ही उनका निधन हो गया. उनके पिता रिटायर्ड फिजिकल एजुकेशन टीचर थे. परिवार के एक करीबी सूत्र ने कहा, 'यह बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है कि सात्विक के पिता का आज सुबह निधन हो गया.' इस घटना के बारे में पता चलते ही अमलापुरम के रहने वाले 24 साल के सात्विक आज दोपहर आंध्र प्रदेश में स्थित अपने घर लौट गए.
चिराग-सात्विक की जोड़ी कई बार कर चुकी कमाल
सात्विक ने चिराग शेट्टी के साथ मजबूत पुरुष युगल जोड़ी बनाई है. इस जोड़ी ने 2022 में एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेलों में तथा 2023 में एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था. यह जोड़ी बीडब्ल्यूएफ विश्व रैंकिंग में नंबर एक स्थान हासिल करने और बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर सुपर 1000 खिताब जीतने वाली एकमात्र भारतीय युगल जोड़ी है.
किया था सोशल मीडिया पोस्ट
2023 में, सात्विक ने 565 किमी प्रति घंटे की गति से पुरुष खिलाड़ी द्वारा सबसे तेज बैडमिंटन स्मैश का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने उस समय अपने पिता का गिनीज सर्टिफिकेट खोलते हुए एक भावपूर्ण वीडियो साझा किया था. सात्विक के सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ;जब मेरा शटल 565 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ा, तो मुझे पिता के गर्व की असली रफ्तार का एहसास हुआ - मेरे दिल में एक अटूट रिकॉर्ड.'
"As my shuttle soared at 565 kmph, I realized the true speed of a father's pride – an unbreakable record in my heart." #GuinnessWorldRecord pic.twitter.com/gwvulGr6Zj
— Satwik SaiRaj Rankireddy (@satwiksairaj) December 5, 2023