वर्ल्ड इकॉनॉमिक फॉरम (World Economic Forum) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, AI और अन्य तकनीक बैंक टेलर, कैशियर और डेटा एंट्री क्लर्क जैसी नौकरियों को खतरे में डाल सकती हैं. इन नौकरियों को अगले पांच सालों में अनुपलब्ध बना दिया जा सकता है.
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बहुत सारे लोगों की मदद कर रही हैं, लेकिन धीरे-धीरे यह उपयोगकर्ताओं की नौकरियों को भी छीन रही हैं. वर्ल्ड इकॉनॉमिक फॉरम (World Economic Forum) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, AI और अन्य तकनीक बैंक टेलर, कैशियर और डेटा एंट्री क्लर्क जैसी नौकरियों को खतरे में डाल सकती हैं. इन नौकरियों को अगले पांच सालों में अनुपलब्ध बना दिया जा सकता है. इस डेटा का आधार सर्वेक्षण पर है जिसमें 803 कंपनियों का शामिल होने की योजना है जो बड़े डेटा, क्लाउड कंप्यूटिंग और AI तकनीकों को अपनाने की योजना बना रही हैं.
बैंकिंग पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर
जबसे ऑनलाइन बैंकिंग दुनिया में प्रसिद्ध हुआ है, तब से इसने कई शारीरिक बैंक शाखाओं पर बुरा प्रभाव डाला है क्योंकि अब वे कोई उपयोग नहीं करते. इससे बैंकों के बंद होने की स्थिति उत्पन्न हुई है, जिससे बैंक टेलर और संबंधित क्लर्क जॉब खतरे में हैं और इसलिए, रिपोर्ट के अनुसार इस दशक के अंत से पहले ऐसी नौकरियों में लगभग 40 प्रतिशत की कमी देखी जा सकती है.
Future of Jobs 2023 रिपोर्ट ने नोट किया है, 'वेतन के अधिकतम नुकसान के दृष्टिकोण से, डेटा क्लर्क्स सबसे बुरे हालत में हैं, जिन्हें पांच साल में 8 मिलियन नौकरियों का नुकसान होने की उम्मीद है, जिसके बाद व्यवस्थापक और कार्यकारी सहायकों और लेखा, बुककीपिंग और पैट्रोल क्लर्क आते हैं. इन तीन व्यवसायों का एक साथ अधिकतम नुकसान कुल अपेक्षित नौकरियों का अधिकतम भाग से अधिक है.'
रिपोर्ट बताती है, 'स्वयं चालित और इलेक्ट्रिक वाहन विशेषज्ञों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है जो 2023 के लिए सबसे डिमांड में नौकरियों की सूची में शीर्ष पर हैं, इससे आगामी पांच वर्षों में 40% से अधिक वृद्धि की उम्मीद है. थोड़े देरी से AI और मशीन लर्निंग विशेषज्ञ भी कम नौकरी वृद्धि देख सकते हैं, इसके बाद पर्यावरण संरक्षण विशेषज्ञों को इसी अवधि में लगभग 35% की वृद्धि की उम्मीद है.'