Amelia Dyer: विक्टरियन युग की यह महिला एक बेबी फार्मर के तौर पर काम करती थी. उस समय लोग अपने बच्चों की देखभाल के लिए कुछ पैसे देकर बच्चों को बेबी फार्मर के पास छोड देते थे.
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Serial Killer: आज हम आपको ब्रिटेन की एक ऐसी महिला के बारे में बताएंगे जिसने पैसों के लालच में 400 बच्चों को मार दिया. यह बिक्टोरियन युग की बात है. इस पूरी घटना को समझने के लिए उस समय प्रचलित बेबी फार्मिंग की प्रथा को समझना पड़ेगा. विक्टोरियन युग में में लोग अपने बच्चों की देखभाल के लिए कुछ पैसे देकर बच्चों को बेबी फार्मर के पास छोड देते थे.
बेबी फार्मर दो तरह के होते थे एक जो पैसे लेने के बाद तय समय के भीतर बच्चों को लौटा देते थे और दूसरे वो जो पैसा लेने के बाद बच्चे हमेशा के लिए अपने पास रखते थे. ऐसे बेबी फार्मर बच्चों को किसी अन्य को बेच देते थे. यह एक तरह से बच्चों का व्यापार ही था.
400 बच्चों की हत्या का आरोप
अमेलिया डायर ऐसी ही एक बेबी फार्मर थी जिस पर पैसों के लालच में 400 बच्चों की बेरहमी से हत्या का करने का आरोप लगा.
अमेलिया ने पुलिस को जो अपनी कहानी बताई थी उसके मुताबिक उसका जन्म 1837 में हुआ था और वह 5 भाई बहनों में सबसे छोटी थी. उसका बचपन अच्छा नहीं बीता क्योंकि उसकी मां की मानसिक हालत ठीक नहीं थी.
अमेलिया की पहली शादी
24 वर्ष की उम्र में अमेलिया ने 59 साल के जॉर्ज थॉमस नामक शख्स से शादी कर ली. हालांकि दोनों ने मौरिज सर्टिफिकेट में अपनी उम्र गलत लिखवाई. अमेलिया ने अपनी उम्र अधिक लिखवाई जबकि जॉर्ज ने कम..
शादी के बाद अमेलिया ने नर्सिंग की नौकरी मिल गई जिसकी उसने ट्रेनिंग ली थी. लेकिन बेटी के जन्म के बाद उसकी देखभाल करने लिए अमेलिया ने नौकरी छोड़ दी. 1869 में पति जॉर्ज थॉमस की मौत के बाद अमेलिया की आर्थिक हालात बिगड़ने लगे जिसके चलते उसने बच्चों की फार्मिंग शुरू की. अमेलिया पैसे लेकर बच्चों की देखभाल करती थी और तय समय के बाद बच्चों को लौटा देती थी.
1872 में की दूसरी शादी
1872 में उसने विलियम डायर से शादी की. विलियम एक शराब बनाने वाला मजूदर था. उनके दो बच्चे हुए लेकिन शादी लंबी चली नहीं और दोनों ने तलाक ले लिया. इसके बाद अमेलिया फिर आर्थिक तंगी में घिर गई. तीन बच्चों की परवरिश करना उसके लिए मुश्किल हो रहा था.
अब अमेलिया ने उसके पास छोड़ गए बच्चों की देखभाल में लापरवाही बरतनी शुरू कर दी. वह बच्चों को खाना नहीं देती जिसकी वजह से बच्चे भूख से मर जाते थे. ये सिलसिला कुछ दिनों तक चला लेकिन जब एक एक बच्चे की मौत के बाद उसके माता-पिता ने जांच करवाई तो अमेलिया का राज खुल गया. पुलिस जांच में पता चला कि कई बच्चे अमेलिया की लापरवाही से मारे गए.
1879 में अमेलिया को गिरफ्तार किया लेकिन सबूतों के अभाव में वह 6 महीने बाद जेल से बाहर आ गई. रिहा होने के बाद अमेलिया ने फिर वही सब शुरू कर दिया उसने अलग-अलग नामों से अखबारों में इश्तेहार देना शुरू किया. लेकिन इस बार उसने बच्चों को हमेशा के लिए खरीदने की बात लिखवाई.
अमेलिया की चाल चल निकली और लोग उसे पैसे देकर हमेशा के लिए बच्चे सौंपने लगे. अमेलिया बच्चों को गोद लेने के कुछ ही घंटों बाद उन्हें मार डालती. फिर उनके शवों को नदी में फेंक देती थी. वहीं, कुछ बच्चों को दफना भी देती थी.
ऐसे हुआ डायर का अंत
डायर के खूनी सिलसिले का अंत तब हुआ जब टेम्स नदी में एक शिशु की लाश मिली. मामले के सबूत डायर की तरफ इशारा कर रहे थे. उसे 4 अप्रैल 1896 को गिरफ्तार किया गया था. विक्टोरियन काल के सबसे सनसनीखेज मुकदमों में से एक में, उसे शिशु की हत्या का दोषी पाया गया और 10 जून 1896 को उसे फांसी दे दी गई.
डायर की मौत के उसे मुट्ठी भर हत्याओं के लिए ही जिम्मेदार ठहराया जा सका, लेकिन इसमें किसी को कोई संदेह नहीं है कि वह इसी तरह की कई और मौतों के लिए जिम्मेदार थी - संभवतः 400 या उससे अधिक.
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