जेल में बंद आंग सान सू की को लेकर म्यांमार की सेना जल्द कर सकती है ये बड़ी घोषणा, रिपोर्ट में दावा
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जेल में बंद आंग सान सू की को लेकर म्यांमार की सेना जल्द कर सकती है ये बड़ी घोषणा, रिपोर्ट में दावा

Aung San Suu Kyi News: सू की फिलहाल राजधानी नेपीडॉ की एक जेल में बंद हैं. वह तब से हिरासत में हैं जब सेना ने 2021 में तख्तापलट में उनकी लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) को हटा दिया था.

जेल में बंद आंग सान सू की को लेकर म्यांमार की सेना जल्द कर सकती है ये बड़ी घोषणा, रिपोर्ट में दावा

Myanmar News: म्यांमार की सेना अपदस्थ नेता आंग सान सू की को जेल से घर में नजरबंद करने की योजना बना रही है. रॉयटर्स ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है. सू की तब से हिरासत में हैं जब सेना ने 2021 में तख्तापलट में उनकी लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) को हटा दिया था.

सू की फिलहाल राजधानी नेपीडॉ की एक जेल में बंद हैं. एक शीर्ष अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि सैन्य सरकार जल्द ही सू की की रिहाई की घोषणा करने की योजना बना रही है.

एक धार्मिक समारोह में की जाएगी घोषणा
रिपोर्टों में कहा गया है कि यह कदम अगले सप्ताह आयोजित होने वाले एक धार्मिक समारोह के हिस्से के रूप में कैदियों के प्रति क्षमादान के तौर पर किया जाएगा. सेना ने भक्ति के प्रतीक के रूप में, बैठे हुए बुद्ध की एक नई विशाल प्रतिमा बनाई है और इसे 3 अगस्त को जनता के लिए खोला जाएगा.

सेना द्वारा कई आरोप लगाए जाने के बाद सू की को 33 साल जेल की सजा सुनाई गई है. विशेषज्ञों का तर्क है कि अधिकांश आरोप उन्हें जनता का समर्थन हासिल करने से दूर रखने के लिए लगाए गए हैं. उनकी पार्टी ने सेना द्वारा उन्हें हटाए जाने से पहले 2020 के चुनावों में दूसरा पांच-वर्षीय जनादेश जीता था.

थाई विदेश मंत्री और सू की मुलाकत बाद लगने लगी अटकलें
थाई विदेश मंत्री डॉन प्रमुदविनई ने जब से सू की से जेल में मुलाकात की तब से सू को ट्रांसफर किए जाने की खबरें आ रही हैं. प्रमुदविनई पहली विदेशी आगंतुक बनीं जिन्हें गिरफ़्तारी के बाद उनसे मिलने की अनुमति दी गई.

म्यांमार के स्वतंत्रता नायक की बेटी सू की को दशकों के सैन्य शासन के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन के बाद पहली बार 1989 में नजरबंद किया गया था.

1991 में, उन्होंने लोकतंत्र के लिए अभियान चलाने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार जीता. 2010 में उन्हें घर की गिरफ्तारी से पूरी तरह रिहा कर दिया गया.

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