Evil Eye: नासा ने अंतरिक्ष में खींची 'शैतानी आंख' की तस्वीर, खुलेंगे कई राज..जानिए क्या है रहस्य
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Evil Eye: नासा ने अंतरिक्ष में खींची 'शैतानी आंख' की तस्वीर, खुलेंगे कई राज..जानिए क्या है रहस्य

NASA: वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर इन पर गहन अध्ययन किया गया तो कई राज खुल जाएंगे और गैलेक्सी के बारे में अधिक जानकारी मिल सकती है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि एविल आई एक तरह का यंत्र होता है

Evil Eye: नासा ने अंतरिक्ष में खींची 'शैतानी आंख' की तस्वीर, खुलेंगे कई राज..जानिए क्या है रहस्य

Hubble Space Telescope: अमेरिकी स्पेस एजेंसी जब भी कुछ करती है तो उसकी चर्चा पूरी दुनिया में होती है. हाल ही में उसके द्वारा खींची गई एक तस्वीर की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. इस तस्वीर को समझने की जरूरत है कि आखिर यह तस्वीर क्या है और इसे क्यों शैतानी आंख बताया जा रहा है. असल में यह तस्वीर नासा की पुरानी तस्वीर है जिसके सामने आते ही सोशल मीडिया पर तहलका मच गया है. लोग इस बारे में काफ़ी कमेंट कर रहे हैं असल में सच्चाई यह है कि नासा ने इसे अब शेयर किया है जबकि यह तस्वीर हबल स्पेस टेलीस्कोप से 2008 में ही खींची गई थी.

शैतान की आंख या ब्लैक आई
नासा ने इसे इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. यही वह तस्वीर है जिसे आकाशगंगा में शैतान की आंख या ब्लैक आई के नाम से जाना जा रहा है. नासा के मुताबिक अंतरिक्ष की यह तस्वीर स्वीपिंग बांड और धूल के मिलन को दिखाती है. जिस जगह की यह तस्वीर खींची गई है वह जगह धरती से 1.7 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है. तस्वीर में कुछ चमकती हुई चीज दिखाई दे रही है. चमकीले पीले रंग ऑरेंज और ब्राउन रंग का मिश्रण दिखाया जा रहा है. जिसमें कुछ नील बैगनी डॉट भी दिखाई दे रहे हैं.

गहन अध्ययन किया गया तो..
हालांकि इसके अलावा भी नासा ने गैलेक्सी से कई सारी तस्वीरें शेयर की हैं. और वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर इन पर गहन अध्ययन किया गया तो कई राज खुल जाएंगे और गैलेक्सी के बारे में अधिक जानकारी मिल सकती है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि एविल आई एक तरह का यंत्र होता है जिसका इस्तेमाल इंसान बुरी नजर से बचने के लिए करते हैं. बीते कुछ वर्षों में इसके इस्तेमाल का चलन बढ़ा है. 

 
 
 
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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बड़ी घटना साबित होगी?
हालांकि, इंसानों के बीच ये काफी समय से मौजूद है. एविल आई के बारे में कहा जाता है कि इसकी शुरुआत 1500 ईसा पूर्व में भूमध्यसागरीय क्षेत्र के उस क्षेत्र में हुई जहां कांच का व्यापार होता था. कुछ लोग इसे मान्यता का भी नाम दे देते हैं. अब देखना होगा कि इस तस्वीर का कैसे और किस तरह से अध्ययन किया जाता है. क्या यह बड़ी घटना साबित होगी या फिर रहस्य बनकर ही रह जाएगी.

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