Kenya News: केन्या में एक पादरी के बहकावे में आकर 4 लोगों की मौत हो गई. पादरी ने इनसे कहा था कि अगर वो लंबे समय तक भूखे रहेंगे तो जीसस (Jesus) से मुलाकात हो सकती है. इस खुलासे के बाद पुलिस को 11 और ऐसे लोग मिले हैं जिनकी जान तो बच गई है लेकिन वो अस्पताल में भर्ती हैं.
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Four cult members starve to death in Kenya: अफ्रीकी महाद्वीप के देश केन्या में एक चर्च के पादरी द्वारा फैलाए गए अंधविश्वास के चलते 4 लोगों की भूख से मौत हो गई है. लोकल मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इस पादरी ने कई लोगों का ऐसा ब्रेनवाश किया कि वो लोग लंबे समय से भूखे होने के चलते कुपोषण का शिकार हो गए थे. इस पादरी ने कुल 15 लोगों को लंबे समय तक भूखा रहने पर प्रभु ईसा मसीह से मिलाने का वादा किया था.
सीक्रेट टिप के नाम पर मौत के मुंह में धकेला
'Wion' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक केन्याई पुलिस ने इस मामले में चार लोगों की हुई मौत की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने पादरी की पहचान मैकेंज़ी एनथेंग के रूप में की है. इस घटनाक्रम के साथ 11 और ऐसे लोगों का पता चला है जो जीसस से मिलने के लिए लंबे समय से बिना कुछ खाए पिए रह रहे थे. हालांकि इन सभी को अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. जब ये लोग पुलिस को मिले तो इनमें से अधिकांश लोग कमजोरी की वजह से ठीक से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे. कुछ की तो आवाज ही नहीं निकल रही थी.
'स्वर्ग में जगह दिलाने की बात कहकर ब्रेनवाश'
पुलिस रिपोर्ट में कहा गया है, हमारी एक टीम ने जांच के घटनास्थल का दौरा किया. इस तरह हम कुछ लोगों की जान बचाने में कामयाब हो सके. इस पादरी ने पीड़ित लोगों को सीक्रेट टिप देते हुए उन्हें मौत के मुंह में धकेल दिया था. इस पादरी ने अपने अनुयायियों को यीशु से मिलने और स्वर्ग में स्थान प्राप्त करने के तरीके के रूप में खुद को भूखा रखने के लिए कहा था.
जंगल में मिली सामूहिक कब्र
पुलिस को ये पता चला था कि गुड न्यूज इंटरनेशनल चर्च के कुछ अनुयायी ‘खुद को भूखा मार रहे हैं, उनका मानना है कि इस तरह यीशु से जरूर मिलेंगे. स्थानीय प्रशासन की टीम अब पास के जंगल में एक सामूहिक कब्र की रिपोर्ट देख रही हैं. दरअसल पुलिस अब ये आशंका जता रही है इस विवादास्पद पादरी ने इसी अंधविश्वास को फॉलो करने के चक्कर में मरे अन्य लोगों को भी इसी कब्रिस्तान में दफनाया होगा.
केन्या एक धार्मिक देश है और ये कोई पहला मामला नहीं है जब किसी पंथ के धार्मिक नेता ने अपने अनुयायियों के साथ ऐसा किया हो. ऐसे ही एक कुख्यात मामले की बात करें तो 2020 में एक ब्रिटिश महिला लुत्फुनिसा की एक आध्यात्मिक नेता के घर में मौत हो गई थी. वो लीसेस्टर में रहती थीं लेकिन अगस्त 2019 में अपने पति की फैमिली के लोगों से मिलने केन्या गई थीं. वहां पहुंचने ही वो एक विवादास्पद पंथ में शामिल हो गईं. उनके परिजनों ने आरोप लगाया कि पंथ के सदस्यों ने उसकी हत्या की थी और सबूत छिपाने के लिए शव को जल्दी से दफना दिया था.
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