बांग्लादेश से गलबहियां कर रही थी पाकिस्तान की फौज, उधर तालिबान ने धीरे से कांटा चुभा दिया
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बांग्लादेश से गलबहियां कर रही थी पाकिस्तान की फौज, उधर तालिबान ने धीरे से कांटा चुभा दिया

Pakistan Army news: पाकिस्तान की एयर स्ट्राइक के बाद तालिबान ने जो पलटवार शुरू किया उसके बाद वो फायर नहीं वाइल्ड फायर बनके बदला ले रहा है. 

बांग्लादेश से गलबहियां कर रही थी पाकिस्तान की फौज, उधर तालिबान ने धीरे से कांटा चुभा दिया

Pakistan trapped in Afghanistan: पाकिस्तान की एयर स्ट्राइक के बाद तालिबान ने जो पलटवार शुरू किया उसके बाद वो फायर नहीं वाइल्ड फायर बनके बदला ले रहा है. इस बीच इंटरनेशनल मीडिया के हवाले से खबरें आ रही हैं कि तालिबान और पाकिस्तान दोनों ने बॉर्डर पर भारी हथियारों का जमावड़ा कर दिया है. इसके साथ ही तालिबान ने ये भी इशारा दे दिया है कि वो झुकेगा नहीं. दूसरी पाकिस्तान ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है. इस वजह से आशंका बढ़ गई है कि पाकिस्तान और तालिबान के बीच बड़ा सैन्य टकराव होने वाला है.

दरअसल जिस वक्त तालिबान और पाकिस्तानी फौज के बीच गोलाबारी चल रही थी. उसी दौरान तहरीक ए तालिबान के आतंकी एक-एक कर बॉर्डर पर पाकिस्तानी चौंकियों पर कब्जा करके वहां मौजूद पाकिस्तानी फौजियों को बंधक बना रहे थे. इसी टीटीपी को लेकर अब तालिबान से बड़ा ऐलान आया है. 

पश्तूनवाली का ऐलान

तालिबान सरकार में मंत्री खैरुल्ला खैरख्वा ने टीटीपी को लेकर बयान दिया है. खैरुल्ला ने कहा है कि टीटीपी के आतंकी तालिबान के लिए मेहमान हैं. और पश्तूनवाली का पालन करते हुए तालिबान अपने मेहमानों की हिफाजत करेगा. पश्तूनवाली यानी पश्तून रिवाजों का हवाला देकर तालिबान ने एक मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है. ये एक ऐसा जाल है जिसमें शहबाज शरीफ समझो फंस ही गए हैं.

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क्या है पश्तूनवाली?

पश्तूनवाली समझौते का एक टर्म है. इसके तहत अगर पाकिस्तान दोबारा अफगानिस्तान में TTP को निशाना बनाएगा. तो इसे पश्तूनवाली का उल्लंघन समझा जाएगा और इसके बाद फिलहाल पाकिस्तान के अंदर वेट एंड वाच के मोड में बैठे शांत पश्तून भी बागी हो जाएंगे. यानी अगर पाकिस्तान कोई फौजी कार्रवाई करेगा तो बवाल और अगर एक्शन नहीं लेगा तो TTP वालों के लिए अफगानिस्तान ऐसी सुरक्षित पनाहगाह बन जाएगा, जहां से वो बार बार पाकिस्तानी फौज पर हमले कर सकेगा.

यानी तालिबान ने खुद हमले ना करने का भरोसा तो दिया लेकिन टीटीपी को अपना मेहमान बताकर ये भी जता दिया कि अफगानिस्तान मिट्टी से पाकिस्तान पर हमले जारी रहेंगे. यानी जिस तालिबान को पाकिस्तान ने खड़ा किया वही तालिबान आज उसके गले ही हड्ड़ी बन गया है.

पाकिस्तानियों को बखूबी पता है उनकी माली हालत नाजुक है. मुल्क कंगाल है. ऐसे में जंग बचे खुचे पाकिस्तान को भी भस्म कर देगी और यही नसीहत शहबाज शरीफ सरकार को भी दी जा रही है कि कुछ भी करो लेकिन तालिबान से पंगा मत लो. 

इस तरह देखा जाए तो शहबाज शरीफ एंड कंपनी और पाकिस्तान की सेना दो मोर्चों पर एक साथ घिर गई है. क्योंकि एक तरफ है वो टीटीपी जो कत्ल ओ गारत की कसम खाए बैठी है. दूसरी तरफ है तालिबान जो अपनी टीटीपी पर एक वार को भी बर्दाश्त नहीं करेगा. इसी वजह से माना जा रहा है या तो शहबाज सरेंडर करेंगे या फिर जंग की आग में पाकिस्तान को झुलसा देंगे.

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