नई दिल्लीः Budget 2025: केंद्रीय बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए 6.81 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. ये पिछले वर्ष के 6.21 लाख करोड़ रुपये से थोड़ा ज्यादा है. 2025 के बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए कुल आवंटन का केवल 27.66% पूंजीगत व्यय के लिए निर्धारित किया गया है, जबकि शेष राशि कर्मियों के खर्चों पर जाएगी.
पाकिस्तान का रक्षा बजट कितना है
वहीं पाकिस्तान ने 2024-25 के बजट में डिफेंस पर खर्च बढ़ाया था. इस्लामाबाद ने अपने रक्षा क्षेत्र के लिए 2122 अरब पाकिस्तानी रुपये आवंटित किए थे. इसकी तुलना अगर भारतीय रुपये में की जाए तो यह करीब 59.42 हजार करोड़ रुपये के बराबर है. जो भारत के रक्षा बजट के मुकाबले काफी कम है.
इसी तरह 1947 में जब भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ था तब भी भारत का रक्षा बजट पाकिस्तान से कहीं ज्यादा था. वहीं रक्षा संपत्तियों के बंटवारे के समय भी भारत के हिस्से ज्यादा संपत्तियां आई थीं.
1947 में भारत का रक्षा बजट कितना था
दरअसल 1947 में ब्रिटिश शासन के तहत भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की संपत्तियों को दोनों देशों के बीच बांटा गया था. उस समय रक्षा बजट और सैन्य संसाधनों के विभाजन को देखें तो भारत को ब्रिटिश शासन से लगभग 80 फीसदी सैन्य संपत्तियां मिली थीं. वहीं 1947-48 में भारत का रक्षा बजट लगभग 92.74 करोड़ रुपये था जो भारत की कुल GDP का लगभग 2.5 फीसदी था.
1947 में पाकिस्तान का डिफेंस बजट कितना था
वहीं बंटवारे के समय पाकिस्तान के हिस्से 20 प्रतिशत सैन्य संपत्तियां आई थीं. तब पाकिस्तान का रक्षा बजट लगभग 19.55 करोड़ रुपये था. ये पाकिस्तान की कुल जीडीपी का करीब 6 फीसदी था. चूंकि पाकिस्तान नया राष्ट्र बना था इसलिए उसे अपनी रक्षा क्षमताओं पर अधिक खर्च करना था लेकिन खराब नीतियों, देश में राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक संकट की वजह से आज भी पाकिस्तान रक्षा क्षेत्र में बड़े सुधार नहीं कर सका है जबकि आजादी से अब तक भारत ने अपने रक्षा क्षेत्र को काफी आगे बढ़ाया है.
आज भारत न सिर्फ स्वदेशी रूप से हथियार तैयार कर रहा है बल्कि ब्रह्मोस और पिनाका जैसे विश्व स्तरीय आधुनिक हथियारों का निर्यात भी कर रहा है.
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